VIDEO: ये है 15 हजार फुट की ऊंचाई पर विश्व का पहला पोर्टेबल हॉस्पिटल! देखें, कैसे इंडिया ने रच दिया इतिहास
Para-Drop Operation: भीष्म ट्रॉमा केयर क्यूब की सफल पैरा-ड्रॉप और तैनाती ने सशस्त्र बलों के तालमेल का उदाहरण पेश किया है. इस काम में पैरा बिग्रेड और भारतीय वायुसेना की टीम शामिल हुई.
Indian Air Force & Army Joint Operation: भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना ने जॉइंट ऑपरेशन किया है. जहां दोनों सेनाओं ने मिलकर 15,000 फीट के करीब ऊंचाई वाले क्षेत्र में आरोग्य मैत्री हेल्थक्यूब का अपनी तरह का पहला सटीक पैरा-ड्रॉप ऑपरेशन किया है. इन क्रिटिकल ट्रॉमा केयर क्यूब्स को प्रोजेक्ट भीष्म (सहयोगहित और मैत्री के लिए भारत स्वास्थ्य पहल) के तहत स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत यह अभियान शुरू किया गया है. इसमें मानवीय सहायता और आपदा राहत प्रभावित क्षेत्रों को महत्वपूर्ण आपूर्ति प्रदान करना तय किया गया. इस दौरान भारतीय वायुसेना ने क्यूब को एयरलिफ्ट करने और पैरा-ड्रॉप करने के लिए अपने उन्नत सामरिक परिवहन विमान सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस का इस्तेमाल किया है.
BHISHM प्रोजेक्ट के तहत मिली कामयाबी
भारतीय सेना और एयरफोर्स ने एक संयुक्त ऑपरेशन में अहम उपलब्धि हासिल की. भारतीय सेना ने 15,000 फीट के ऊंचाई वाले इलाके में आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब को सफलतापूर्वक एयर ड्रॉप किया गया. आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब को देश में ही भारत हेल्थ इनीशिएटिव फॉर सहयोग हित और मैत्री योजना के तहत विकसित किया गया है.
पैरा बिग्रेड और एयर फोर्स की टीम ने मिलकर सफल किया ऑपरेशन
हालांकि, इस महत्वपूर्ण काम में भारतीय सेना की पैरा ब्रिगेड, जो अपने परिचालन कौशल और चपलता के लिए जानी जाती है. उसने अपने उन्नत सटीक ड्रॉप उपकरणों का उपयोग करके ट्रॉमा केयर क्यूब की सफल तैनाती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस प्रदर्शन ने सबसे दूरस्थ और पहाड़ी क्षेत्रों में भी HADR ऑपरेशनों का प्रभावी ढंग से समर्थन करने के लिए ऐसी विशेष सैन्य संपत्तियों की क्षमता को रेखांकित किया है.
Showcasing jointness, #IndianAirForce & #IndianArmy conducted first-of-its-kind paradrop of indigenously-made world's 1st portable hospital at 15,000ft elevation. Aarogya Maitri Health Cube is part of BHISHM (Bharat Health Initiative for Sahyog, Hita & Maitri) to enhance HADR… pic.twitter.com/4gz7pH46cq
— A. Bharat Bhushan Babu (@SpokespersonMoD) August 17, 2024
जानिए कैसे सुरक्षाबलों के लिए मददगार हैं ये हेल्थ क्यूब?
वहीं, भीष्म ट्रॉमा केयर क्यूब के सफल पैरा-ड्रॉप और तैनाती ने सशस्त्र बलों की तालमेल और संयुक्तता का उदाहरण पेश किया है. इसके साथ ही समय पर प्रभावी सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाया है. यह पोर्टेबल हेल्थ क्यूब आपात स्थिति में मददगार हो सकते हैं. फायरिंग में घायल होने, जलने, सर्जरी, फ्रैक्चर में ये मददगार हैं. इस क्यूब से 200 से ज्यादा मरीजों का इलाज हो सकता है. ये क्यूब हल्के और पोर्टेबल हैं.
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