भारतीय वायुसेना में शामिल होंगे 100 तेजस फाइटर जेट्स, जानें इस स्वदेशी एलसीए मार्क 1A लड़ाकू विमान की क्या है खासियत?
Indian Air Force: एलसीए मार्क-1A में 65 प्रतिशत से ज्यादा स्वदेशी सामानों का इस्तेमाल होने वाला है. मिग सीरीज के सभी विमानों की जगह अब यह एडवांस तेजस फाइटर प्लेन लेगा.
LCA Mark 1A Fighter Jets: भारतीय वायुसेना अपने बेड़े में मेड इन इंडिया फाइटर जेट शामिल करने जा रही है. स्वदेशी एयरोस्पेस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया गया है. भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने शनिवार (16 सितंबर) को 100 से ज्यादा मेड-इन-इंडिया LCA मार्क 1A फाइटर प्लेन खरीदने की घोषणा की. वायुसेना प्रमुख ने अपने स्पेन दौरे में ये बातें कहीं. उन्होंने बताया कि इस नए स्वदेशी फाइटर प्लेन से मिग सीरीज के विमानों को बदला जाएगा.
मिग सीरीज के विमानों की जगह लेगा यह विमान
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, वायुसेना प्रमुख ने कहा, ''इन देसी फाइटर प्लेन को मिग-21, मिग-23 और मिग-27 के स्थान पर चरणबद्ध तरीके से बदला जाएगा. एयरफोर्स पहले भी 83 LCA मार्क-1A एयरक्राफ्ट का ऑर्डर दे चुकी है. इस डील का प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय और नेशनल सिक्योरिटी स्टेकहोल्डर्स को भेजा जा चुका है.''
इन विमानों को खरीदने का निर्णय उस समय लिया गया जब पिछले महीने भारतीय वायुसेना प्रमुख ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और इससे संबंधित संस्थाओं के साथ स्वदेशी फाइटर जेट कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की थी.
स्वदेशी सामानों का होगा इस्तेमाल
इस ऑर्डर के बाद बड़ी संख्या में एलसीए तेजस फाइटर प्लेन फिर से भारतीय वायुसेना में शामिल होंगे. एलसीए मार्क1A के लिए जो पिछला ऑर्डर 83 विमानों का था उसकी डिलीवरी अगले साल फरवरी 2024 तक होगी. LCA मार्क-1A तेजस विमान का एडवांस वर्जन है. इस फाइटर प्लेन में अपग्रेडेड एवियोनिक्स और रडार सिस्टम लगे हुए हैं.
अगले 15 वर्षों में भारतीय वायुसेना के पास 40 एलसीए, 180 से ज्यादा एलसीए मार्क-1A और 120 एलसीए मार्क-2 फाइटर प्लेन होंगे. नए एलसीए मार्क-1A में 65 प्रतिशत से ज्यादा स्वदेशी सामानों का इस्तेमाल होने वाला है. भारतीय वायुसेना प्रमुख ने एयरोनॉटिक्स की पिछली बैठक में इसे मेक-इन इंडिया और स्वदेशीकरण की दिशा में बढ़ाया गया कदम बताया था. भारत ने 15 सितंबर (शुक्रवार) को सशस्त्र बलों के लिए 45,000 करोड़ रुपये के उपकरणों की खरीद के प्रस्तावों को मंजूरी दी थी.