चिनूक सीएच-47 हेलीकॉप्टर भारतीय वायु सेना के बेड़े में आज होगा शामिल, जानें क्या है खासियत
अमेरिका चिनूक सीएच-47 हेलीकॉप्टर वियतनाम के साथ युद्ध में उपयोग कर चुका है. दुनिया के 19 देश इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर रहे हैं.
नई दिल्लीः अमेरिका के हेवीलिफ्ट चिनूक सीएच-47 हेलीकॉप्टर भारतीय वायु सेना के बेड़े में आज शामिल हो जाएगा. वायु सेना के बेड़े में चिनूक हेलीकॉप्टर के शामिल होने के बाद इसकी ताकत और बढ़ जाएगी. इसके लिए चंडीगढ़ एयरबेस पर एक इंडक्शन समारोह का आयोजन किया गया है. इस समारोह में वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ भी शामिल होंगे.
आज होने वाले इंडक्शन समारोह में कुल 4 चिनूक हेलीकॉप्टर शामिल किए जाएंगे. यह हेलीकॉप्टर चंडीगढ़ की 126 एयचू यूनिट की 'द फीदर वेट्स' स्कॉवड्रन का हिस्सा बनेगा. साल 2015 में भारत ने अमेरिका के साथ कुल 15 चिनूक हेलीकॉप्टर्स का सौदा किया था.
Visuals of Chinook heavy-lift helicopter at Air Force Station 12 Wing, in Chandigarh. Indian Air Force to induct the first unit of four Chinook helicopters today. pic.twitter.com/folqFBr411
— ANI (@ANI) 25 March 2019
चिनूक के रख-रखाव के लिए चंडीगढ़ हवाईअड्डा को विशेष तौर पर तैयार किया गया है. चंडीगढ़ एक सैन्य हवाईअड्डा है जहां से व्यावसायिक उड़ानें भी संचालित होती हैं. चंडीगढ़ के अलावा असम में भी चिनूक हेलीकॉप्टर को रखा जाएगा.
फिलहाल इस समय 4 हेलीकॉप्टर भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल किया जा रहा है. बाकी 11 चिनूक हेलीकॉप्टरों को जल्द ही बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा.
क्या है चिनूक हेलीकॉप्टर की खासियत
चिनूक सीएच-47 हेलीकॉप्टर का वजन करीब 10 टन है. चिनूक सीएच-47 हेलीकॉप्टर हेलीकॉप्टरों के नवीनतम मॉडल हैं. भारी समान ढोने वाला यह हेलीकॉप्टर भारी मात्रा में हथियारों और गोला-बारूद ले जा सकता है. चिनूक हेलीकॉप्टर के जरिए दुर्गम इलाकों में भी हथियार और गोला-बारूद पहुंचा सकता है. चिनूक सीएच-47 हेलीकॉप्टर राहत और बचाव अभियानों में मददगार साबित होगा. CH-47 Chinook: देखिए भारतीय वायु सेना के इस हेलिकॉप्टर की खासियत