Air Force Day: शनिवार(8 अक्टूबर) को देश अपना 90वां वायुसेना दिवस मनाने जा रहा है. वायुसेना के इतिहास में पहली बार एयर फोर्स डे को दिल्ली से बाहर चंडीगढ़ में मनाया जाएगा. खास बात ये है कि पहली बार किसी एयरबेस से बाहर चंड़ीगढ़ की सुप्रसिद्ध सुकना लेक के आसमान में वायुसेना की ताकत का नजारा सामने आएगा जिसकी गड़गड़हाट चीन से लेकर पाकिस्तान तक की सीमाओं तक सुनाई पडे़गी.
इस दौरान देश की सुप्रीम कमांडर और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे. इस साल वायुसेना दिवस को दो हिस्सों में बांटा गया है. शनिवार की सुबह चंडीगढ़ एयर बेस पर परेड का आयोजन होगा. इस दौरान वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी परेड की सलामी लेंगे और वायुसैनिकों को संबोधित करेंगे. इस दौरान एयर बेस पर हेलीकॉप्टर की दो फोर्मेशन की फ्लाई पास्ट भी होगी. इसके अलावा वायुसैनिकों को वीरता मेडल से भी नवाजा जाएगा. वायुसेनाध्याक्ष इस दौरान एयर फोर्स की नई कॉम्बेट यूनिफॉर्म भी जारी करेंगे जैसा कि इस साल थलसेना दिवस पर सेना की नई वर्दी जारी की गई थी.
फ्लाई-पास्ट कहां हो रही है?
अभी तक वायुसेना दिवस की परेड और फ्लाई-पास्ट राजधानी दिल्ली से सटे हिंडन एयर बेस पर होती आई थी. हिंडन एयर बेस पर परेड और फ्लाई-पास्ट दोनों एक साथ होते आए थे, लेकिन इस साल से फ्लाई पास एयर बेस से बाहर करने का फैसला लिया गया है. इस बार ये फ्लाई पास्ट चंड़ीगढ़ की सुकना लेक पर आयोजित किया जाएगा. इस दौरान वायुसेना प्रमुख के साथ साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे. वायुसेना के मुताबिक, इस साल फ्लाई पास्ट दोपहर 2.45 से शुरू होकर 4.44 यानी करीब-करीब पूरे दो घंटे चलेगा.
एयर बेस से बाहर फ्लाई पास्ट कराने के पीछे ज्यादा से ज्यादा लोगों के वायुसेना की एयर-पावर देखने का उद्देश्य है. वायुसेना के मुताबिक इस साल 75 एयरक्राफ्ट फ्लाई पास्ट में हिस्सा लेंगे जबकि 9 विमानों को स्टैंड-बाय पर रखा जाएगा. यानी कुल मिलाकर 84 फाइटर जेट, हेलीकॉप्टर और मिलिट्री टांसपोर्ट विमान सुकना लेक के आसमान में दिखाई पड़ेगे. इनमें राफेल लड़ाकू विमानों से लेकर पहली बार हिस्सा लेने वाले स्वदेशी लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर (LCS) प्रचंड भी शिरकत करेगा. ये सभी विमान देश के अलग-अलग एयर बेस से चंडीगढ़ तक पहुंचेंगे जिनकी गड़गड़ाहट से दुश्मनों के कान के पर्दे तक फट सकते हैं.
फ्लाई पास्ट के मुख्य आर्कषण
लड़ाकू विमानों की संख्या--50
हेलीकॉप्टर--24
ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट---08
विंटेज विमान--02
1. आकाश-गंगा
दोपहर 3.30 पर सुकना लेक पर चीफ गेस्ट के पहुंचते ही एरियल डिस्पेल की शुरूआत वायुसेना के एएन-32 विमान से वायुसैनिक सुकना लेक पर पैरा-जंप से होगी. इसके तुरंत बाद वायुसेना के दो मी-17और एक चिनूक हेलीकॉप्टर सुकना लेक के बाएं से दाएं तरफ उड़ान भरेंगे जिसके बाद फ्लाई पास्ट की विधिवत शुरूआत हो जाएगी.
2. विक्टरी फोेर्मेशन में 04 मी-17 हेलीकॉप्टर उड़ान भरेंगे.
3. 3 अक्टूबर को ही वायुसेना में शामिल हुए स्वदेशी कॉम्बेट हेलीकॉप्टर, एलसीएच-प्रचंड पहली बार वायुसेना दिवस के समारोह में हिस्सा लेंगे. चार प्रचंड धनुष फोर्मेशन में उड़ान भरेंगे.
4. प्रचंड के बाद एक एलसीए तेजस लड़ाकू विमान फ्लाई पास्ट में हिस्सा लेगा.
5. एलसीए के बाद एक विंटेज एयरक्राफ्ट हार्वर्ड आसमान में दिखाई पड़ेगा.
6. इसके बाद एक के पीछे एक चिनूक और मी-17वी5 आएंगे
7. ऐरोहेड फोर्मेशन--दो अपाचे, दो एएलएच-मार्क4 और मी-35 हेलीकॉप्टर एकलव्य कॉलसाइन के साथ फोर्मेशन में आएंगे.
8. ऐरोहेड फोर्मेशन के बाद एक विंटेज डकोटा एयरक्राफ्ट आसमान में उड़ान भरेगा.
9. डकोटा के बाद वायुसेना के हैवीलिफ्ट ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट विक्टरी फोर्मेशन में बिग-बॉय कॉल साइन के साथ सुकना लेक के आसमान में दिखाई पड़ेंगे. इनमें दो एएन-32 और एक-एक आईएल 76 और सी-130 शामिल होंगे.
10. बिग-बॉय के बाद वायुसेना का मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, सी-130 आएगा जिसको फ्लैंक करेगा एक सुखोई फाइटर जेट.
11. सी-130 के बाद होगा नेत्रा यानि टोही विमान एवैक्स (एईडब्लूसी) जिन्हें फ्लैंक यानि एस्कोर्ट करेंगे 02 सुखोई और 02 मिग-29 फाइटर जेट.
12. एवैक्स के बाद आएंगी वायुसेना के लड़़ाकू विमानों की तीन ऐरोहेड फोर्मेशन. पहली फोर्मेशन होगी 03 मिग-21 बायसन और तीन ही मिग-29 लड़ाकू विमान की. कॉल साइन है बादल,
13. इसके बाद ऐरोहेड फोर्मेशन होगी 05 जगुआर फाइटर जेट की जिनका कॉल साइन है शमशेर.
14. तीसरी ऐरोहेड फोर्मेशन होगी 03 मिराज2000 और 03 ही राफेल फाइटर जेट की.
15. इन तीनों ऐरोहेड फोर्मेशन के बाद होगा तीन सुखोई लड़ाकू विमानों की विक्टरी फोर्मेशन जो सुकना लेक के आसमान में त्रिशूल बनाकर तीन दिशाओं में वर्टिकल स्पिलिट हो जाएंगे.
16. सुखोेई के त्रिशूल के बाद होगी फिंगर-4 फोर्मेशन जिसमें एक राफेल, एक जगुआर, एक एलसीए और एक मिराज शामिल होगा.
17. फिंगर-4 के बाद आएगा वायुसेना का सबसे बड़ा मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सी-17 ग्लोबमास्टर और साथ में होंगे 09 हॉक विमान.
18. सी-17 के बाद आएगा सी-130जे सुपर हरक्युलिस विमान.
19.सी-130 के बाद है ट्रांसफोर्मर फोर्मेशन जिसमें एक-एक राफेल, सुखोई और एलसीए शामिल होंगे.
20. इसके बाद सूर्यकिरन हॉक विमानों और सारंग हेलीकॉप्टर्स का एयर-डिस्पले होगा.
21. एयर डिस्पिले की समाप्ति एक राफेल लड़ाकू विमान से होगी जिसका कॉल साइन है अर्जुन.
लोगों कैसे देख सकेंगे?
सुकना लेक पर चीफ गेस्ट के आने से पहले यानी 2.45 से 3.20 तक भी दर्शकों के लिए तीन एडवेंचर डिस्पिले का आयोजन किया गया है. इसमें बाम्बी-बकट एक्टिविटी दिखाई जाएगी. यानि अगर किसी जंगल में आग लग जाती है तो वायुसेना के हेलीकॉप्टर किस तरह झील से पानी लेकर जंगल की आग बुझाते हैं वो दिखाया जाएगा. इसके बाद घातक कमांडोज़ का हेलीकॉप्टर से झील पर उतरना दिखाया जाएगा यानी हेलोकास्टिंग. इसके बाद एक चिनूक हेलीकॉप्टर झील पर अपना मैन्युवर दिखाएगा. वायुसेना दिवस की परेड और फ्लाई पास्ट से पहले गुरूवार को चंडीगढ़ में फुल ड्रेस रिहर्सल का आयोजन भी किया जा रहा है.
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