नई दिल्ली: भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के एक लड़ाकू विमान को ध्वस्त करने के बाद इंडियन एयर फोर्स का एक पायलट मिसिंग हैं. पायलट के मिसिंग होने पर इस्लामाबाद ने कहा है कि वह हमारे कस्टडी में है. भारत सरकार की तरफ से बुधवार दिन में किए प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि हम मिसिंग पायलट से संबंधित तथ्यों की पड़ताल कर रहे हैं. हालांकि, बुधवार शाम को भारत सरकार ने पाकिस्तानी उप उच्चायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा और भारतीय पायलट के जल्द से जल्द सकुशल वापस करने की मांग की.


भारत ने पाकिस्तान को दिए ज्ञापन में यह भी कहा कि पाकिस्तान ने इंडियन एयरफोर्स के सदस्य का वीडियो सर्कुलेट कर अंतरराष्ट्रीय संधि का उल्लंघन किया है. इसके बाद से पाकिस्तान पर यह दबाव है कि वह जल्द भारतीय एयर फोर्स के विंग कमांडर को सकुशल भारत भेजे.


इंडियन एयरफोर्स के विंग कमांडर के पाकिस्तान की कस्टडी में होने की बात सामने आने के बाद लोगों को कारगिल युद्ध की याद आ गई है. उस दौरान भी भारतीय एयरफोर्स के एक फ्लाइट लेफ्टिनेंट पाकिस्तान के कब्जे में चले गए थे. वह मिग- 27 उड़ा रहे थे इस दौरान उनके जेट का इंजन फेल हो गया और वह पाकिस्तान की सरहद में जा गिरे.


यह घटना 27 मई, 1999 की है. इसके बाद भारतीय अधिकारियों ने पाकिस्तान पर लेफ्टिनेंट नचिकेता को छोड़ने का दबाव बनाया. पाकिस्तान ने घटना के आठ दिन बाद नचिकेता को भारत भेज दिया. भारत लौटने पर नचिकेता का स्वागत राष्ट्रपति के आर नारायणन, प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एक हीरो के तौर पर किया.


हालांकि, इसी वॉर में स्क्वाड्रन लीडर अजय आहुजा की मौत 27 मई को पाकिस्तान के कैद में हो गई. उनके एयरक्राफ्ट को पाकिस्तान के सरफेस टू एयर मिसाइल (एसएएम) ने हिट किया. अजय आहुजा भारतीय पायलट की तलाश में थे. स्क्वाड्रन लीडर अजय को इस बात की जानकारी थी कि इस इलाके में एसएएम की उपस्थिति है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए मिशन को जारी रखा था.


इसी बहादुरी की कीमत अजय आहुजा को चुकानी पड़ी. उन्होंने विमान से सुरक्षित जमीन पर लैंड किया लेकिन पाकिस्तान की बंदी में उनकी मौत हो गई.


यह भी पढ़ें-


नेपाल में बड़ा हेलिकॉप्टर हादसा, टूरिज्म मिनिस्टर सहित सभी सात सवार की मौत

सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हुए सेना के कैप्टन, परिवार ने अंगदान करके 4 लोगों को दी नई जिंदगी

देखें वीडियो-