मुंबई: भारतीय एयरफोर्स ने पुलवामा हमले का बदला पाकिस्तानी सीमा में घुसकर लिया है. आज तड़के 3 से चार बजे के बीच वायुसेना के 12 ‘मिराज-2000’ फाइटर प्लेन्स ने पाकिस्तान में घुसकर 1000 किलो बमबारी की, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप्स तबाह हो गए. भारत ने ये हमला उस वक्त किया जब दोनों देशों के लोग नींद की आगोश में थे.
भारतीय वायुसेना ने जिस जगह बमबारी की उस जगह के लोगों की प्रतिक्रिया सामने आई है. बीबीसी उर्दू ने खैबर पख्तूनख्वाह के बालाकोट के एक गांव जाबाह के लोगों से इस हमले को लेकर बात की. बीबीसी उर्दू से बात करते हुए वहां के निवासी मोहम्मद आदिल ने बताया कि रात तीन बजे के करीब उन्हें एक डरावनी आवाज़ सुनाई दी.
मोहम्मद आदिल ने कहा, “हमें लगा कि आसमान गरज रहा है या भूकंप आ रहा है. फिर इसके पांच-10 मिनट बाद हमें पता चला कि धमाका हुआ है.” बता दें कि भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई में करीब 350 आतंकियों के मारे जाने की खबर है. खास बात ये है कि वायुसेना के एयरक्राफ्ट्स ने इतनी बड़ी कार्रवाई महज़ 21 मिनट में पूरी कर ली और भारत की सीमा में वापस लौट आए.
आदिल ने ये भी कहा कि वो और उनका परिवार इस हमले के बाद पूरी रात सो नहीं पाए. उन्होंने कहा, “उधर हमारे सैय्यद हैं, सैय्यद नूरान शाह वो भी ज़ख्मी हुए हैं और उनके घर को भी नुकसान पहुंचा है.” उनके मुताबिक बमबारी की आवाज़ के बाद उन्हें जहाज़ों की आवाज़ भी सुनाई दी और अगले पांच-10 मिनट तक वो आवाज़ें आती रहीं.
आदिल ने जहां बमबारी हुई वहां के मंज़र को बयान करते हुए कहा, “जब हम सुबह वहां गए, जहां बहुत बड़ा गड्ढा हुआ था. दरख्त भी थे और चार पांच घर भी तबाह हुए. एक बंदा भी है जो ज़ख्मी हुआ है.”
पुलवामा का बदला पूरा हुआ
14 फरवरी को जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर आत्मघाती बम हमला हुआ था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने हमले की जिम्मेदारी ली थी और आज एयर स्ट्राइक करके उसके अल्फा 3 ठिकाने को भारतीय वायुसेना ने तबाह कर दिया. विदेश मंत्रालय ने हमले की जानकारी देते हुए बताया कि जैश देश पर फिर हमला कराने के फिराक में था इसलिए ये कार्रवाई जरुरी हो गई थी.