मध्य प्रदेश में सुखोई और मिराज क्रैश, जानिए इन दोनों फाइटर जेट की खासियत, एक ने की थी बालाकोट एयर स्ट्राइक
मध्य प्रदेश में क्रैश हुए सुखोई 30 और मिराज 2000 की गिनती टॉप के फाइटर जेट में होती है. दोनों भारत के लिए कई महत्वपूर्ण मिशन में अपना लोहा मनवा चुके हैं. आइए इन दोनों की खासियत जानते हैं.
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Sukhoi 30 And Mirage 2000 Crash: मध्य प्रदेश के मुरैना में शनिवार (28 जनवरी) को एक बड़े हादसे में भारतीय वायु सेना के दो विमान मिराज 2000 और सुखोई-30 क्रैश हो गए. मुरैना के जंगलों में दोनों विमान जलते हुए जा गिरे. हादसे में सुखोई सवार दो पायलट सुरक्षित इजेक्ट कर लैंड कर गए जबकि एक पायलट का पता नहीं है. दोनों विमानों ने ग्वालियर बेस से उड़ान भरी थी. हालांकि क्रैश के कारणों का पता नहीं चल पाया है.
दोनों विमानों को एयरफोर्स की ताकत कहा जाता है. ऐसे में दोनों के एक साथ क्रैश होने से हर कोई आश्चर्यचकित है. इन दोनों विमानों की अहमियत का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक के लिए इन दोनों का ही इस्तेमाल किया गया था. मिराज 2000 ने एय़र स्ट्राइक को अंजाम दिया था, जबकि सुखोई मिराज उसे कवर देने के लिए तैनात था. आइए एक नजर इन दोनों विमानों की खासियत पर डालते हैं.
मिराज 2000 की खासियत
- मिराज 2000 को फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने तैयार किया है. भारत का सबसे तेज और घातक विमान राफेल बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट ही है.
- मिराज 2000 एक सिंगल इंजन फाइटर विमान है. 7500 किलोग्राम वजन वाले इस विमान की लंबाई 14.36 मीटर है.
- भारत के टॉप फाइटर जेट में गिना जाने वाला ये विमान 1985 में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था.
- मिराज फाइटर जेट की टॉप स्पीड 2336 किलोमीटर प्रतिघंटा है और यह 13,800 किलोग्राम गोला बारूद लेकर उड़ सकता है.
- एक बार उड़ान भरने के बाद यह विमान 1550 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है.
- 2015 में दसॉल्ट एसोसिएशन ने इन विमानों को अपग्रेड कर भारतीय वायुसेना को सौंपा था.
- अपग्रेडेड विमानों में लगे नए रडार और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के चलते इनकी क्षमता जबरदस्त हो गई है.
- दसॉल्ट ने इन विमानों को दूसरे देशों को भी बेचा है. वर्तमान में 9 देशों के पास मिराज विमान हैं.
सुखोई 30
- सुखोई 30 चौथी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है.
- इसका अपग्रेडेड वर्जन सुखोई 30mki है. इसे रूस और भारत की हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटिड (HAL) ने मिलकर बनाया है.
- दो सीटों वाले सुखोई 30 में डबल टर्बोजेट इंजन लगा है. अधिकतक 2120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है.
- इसे गिनती दुनिया में सबसे ज्यादा हथियार लेकर उड़ने वाले फाइटर प्लेन में होती है.
- इसमें ब्रह्मोस मिसाइल समेत कई तरह के हथियार लोड किए जा सकते हैं.
- सुखोई-30 विमान की लंबाई 72 फीट है. पंखों की चौड़ाई 48.3 फीट है जबकि ऊंचाई 20.10 फीट है.
- भारी भरकम विमान का वजन 17,700 किलोग्राम है. यह अधिकतम 56,800 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है.
- एक बार उड़ान भरने के बाद यह अधिकतम 3000 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है.
- यह विमान हवा में ईंधन भरा सकता है. रीफ्यूलिंग के बाद यह 8000 किमी तक जा सकता है.
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