अस्त्र और ब्रह्मोस मिसाइलों से हमारे सुखोई-30 को मिली चीन जैसे देशों के लड़ाकू विमानों पर बढ़त: फाइटर पायलट अर्पित काला
Indian Air Force: भारतीय Su-30MKI विमान चारों ओर से सर्वोत्तम तकनीकों और हथियारों से लैस हैं. स्वदेशी के साथ-साथ उसमें अब दुनिया की कई सर्वोत्तम तकनीक हैं.
Su-30MKI Jet India: स्वदेशी ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइलों को Su-30MKI लड़ाकू विमान में जोड़ने से भारतीय वायुसेना (Indian Air force) को अन्य देशों के लड़ाकू विमानों पर बढ़त मिल गई है. चीन (China) समेत जो देश Su-30 जैसे लड़ाकू विमान इस्तेमाल करते हैं, उनकी तुलना में भारतीय Su-30 लड़ाकू विमान स्वदेशी हथियारों के एकीकरण की वजह से अधिक उपयोगी हो गए हैं.
भारतीय वायुसेना के Su-30MKI लड़ाकू विमान स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर ने रविवार को यह बात कही. ग्रुप कैप्टन अर्पित काला ने कहा कि ब्रह्मोस सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos supersonic cruise missile) और हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल (Astra missile) जैसे स्वदेशी हथियारों का Su-30MKI लड़ाकू विमान के साथ एकीकरण करना भारतीय वायुसेना के लिए गेमचेंजर रहा.
Su-30MKI विमान में दुनिया की कई सर्वोत्तम तकनीक हैं
बता दें कि अर्पित काला ने रेगिस्तानी इलाके में एक Su-30 लड़ाकू विमान स्क्वाड्रन का नेतृत्व किया है. उनका कहना है कि भारतीय Su-30MKI इस मायने में कमाल का है कि वह चारों ओर से सर्वोत्तम तकनीकों और हथियारों से लैस है. अब स्वदेशी के साथ दुनिया की भी कई सर्वोत्तम तकनीक उसमें हैं.
भारतीय वायुसेना के पास इस विमान का सबसे बड़ा बेड़ा
बताते चलें कि Su-30MKI को उसके मूल निर्माता रूस, आर्मेनिया, इंडोनेशिया अल्जीरिया और चीन सहित लगभग 15 देश इस्तेमाल करते हैं. ये देश सुखोई-30 लड़ाकू विमान के विभिन्न वर्जनों का संचालन करते हैं. हालांकि, 272 विमानों के साथ, भारतीय वायुसेना के पास इन विमानों का सबसे बड़ा बेड़ा है.
यह दुनिया के सबसे अच्छे विमानों में से एक है
भारतीय Su-30MKI के बारे में बात करते हुए वायुसेना के ग्रुप कैप्टन काला ने कहा, "भारतीय Su-30MKI को फ़्लैंकर्स से अलग क्या बनाता है..वो है- इसमें दुनिया भर के विभिन्न हथियारों, सेंसर और एवियोनिक्स का एकीकरण."
काला ने कहा, "हवा से हवा में मार करने वाले और हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियारों सहित इसकी लंबी दूरी की मिसाइलें इसे दूसरों पर बढ़त देती हैं. यह दुनिया के सबसे अच्छे विमानों में से एक है."
Su-30s से दागी जा सकेंगी ब्रह्मोस मिसाइल
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को भारतीय Su-30s से लॉन्च किया जा सकता है. अब इसे 700 किलोमीटर या उससे भी आगे के लक्ष्यों को भेदने के लिए विकसित किया जा रहा है. वर्तमान में ये 450 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकती हैं.
दुश्मन के विमानों को मार गिराएगा अस्त्र
अस्त्र मिसाइल का मार्क-1 भी अच्छा है, जो 100 किमी तक लक्ष्य को मार सकता है. अब इसके संस्करणों को 300 किमी तक दुश्मन के विमानों को मार गिराने के लिए विकसित किया जा रहा है.
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