नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के लद्दाख में बर्फबारी के बीच फंसी गर्भवती महिला को वायुसेना के पायलटों ने बचाया. हेलिकॉप्टर से महिला को लेह के एक अस्पताल ले जाया गया. गर्भवती महिला लद्दाख में बर्फबारी के बीच फंस गई थी और उसे अस्पताल पहुंचाने के लिए वायुसेना से मदद की गुहार लगाई गई. ये महिला डिस्फेज नाम की बीमारी से पीड़ित है और इसके चलते उन्हें कुछ भी निगलने में कठिनाई होती है.

गुरुवार को लेह स्थित भारतीय वायुसेना के सियाचिन पायनियर्स चॉपर यूनिट को एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए मदद की मांग मिली. 35 वर्षीय बीमार महिला का नाम स्टानजिन लाटोन था. स्टानजिन लाटोन लेह के शिनकुन ला पास घाटी के कुरगिआक गांव में रहती हैं. इस रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन को अंजाम देने के तहत एयरफोर्स के जांबाज पायलटों ने चीता हेलिकॉप्टर से उड़ान भरकर कुरगिआक से उन्हें एयर लिफ्ट किया.


एयरफोर्स ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद जानकारी दी कि गांव काफी ऊंचाई पर था जिसके चलते ऑक्सीजन की कमी थी. वहीं इस वजह से बीमार महिला को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी. पहले महिला को उसके इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया और फिर एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर को वापस लौटना था. हालांकि बर्फानी मौसम, सर्द तेज हवाओं और कम रोशनी ने इस काम में काफी दिक्कतें पैदा कीं. इन सब मुसीबतों के बावजूद एयरफोर्स के पायलट ने बेहतरीन तरीके से उड़ान भरकर ऑपरेशन को पूरा किया और गर्भवती महिला की जान बचाने में कामयाबी हासिल की.



पाकिस्तान और चीन की सीमा से सटा लेह इन दिनों बर्फ से ढका हुआ है और सड़क मार्ग से यहां पहुंचना बेहद मुश्किल भी है. लिहाजा एयरफोर्स की मदद की इस मुहिम की लोग तारीफ कर रहे हैं.