नई दिल्ली: सीमा पर चीन से तनाव के बीच भारत और रूस की नौसेनाएं 4-5 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में युद्धाभ्यास करेंगी. यह युद्धाभ्यास मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए किया जा रहा है. इस युद्धाभ्यास के दौरान सतह और हवा में तोपों से लक्ष्य पर निशाना लगाया जाएगा. भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर में पहले से ही कई जंगी जहाजों की तैनाती की है. इसे इंद्र युद्धाभ्यास नाम दिया गया है.


यह अभ्यास पहले रूस के व्लाडिवोस्टक में होना था, मगर कोरोना महामारी के चलते इसे टाल दिया गया था. इस युद्धाभ्यास में रूसी नौसेना के जंगी जहाज एडमिरल विनोग्रादोव, एडमिरल ट्रिब्यूट्स और बोरिस ब्यूतोमा के साथ-साथ हेलिकॉप्टरों के बेडे़ भी शामिल होंगे.


वहीं, भारतीय नौसेना की ओर से आईएनएस रणविजय (विनाशक), सहयाद्रि (लड़ाकू) और किल्तन (युद्धपोत) और शक्ति (टैंकर) युद्धक हेलिकॉप्टरों के साथ अभ्यास करेंगे. रूसी नौसेना का बेड़ा श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पर 31 अगस्त से तीन सितंबर तक रहेगा.


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