गोरखा मूल की महिलाओं को लेकर भारतीय सेना ने नोटिफिकेशन में किया संशोधन
सेना ने साफ तौर से कहा है कि आवेदन के वक्त महिलाएं गर्भवती नहीं हो और ट्रैनिंग के दौरान भी वे गर्भवती नहीं हो सकती हैं. मेडिकल फिटनेस के बाद एक कॉमन एंट्रेंस एग्जाम यानि परीक्षा के जरिए इन 100 महिला-जवानों को चुना जाएगा.
नई दिल्लीः गोरखा मूल की महिलाओं को लेकर भारतीय सेना ने महिला मिलिट्री पुलिस की भर्ती नोटिफिकेशन में संसोधन किया है. सेना के मुताबिक, अब सिर्फ भारत में रहने वाली गोरखा मूल की महिलाएं ही इस भर्ती के लिए आवेदन कर सकती हैं. नेपाल की महिलाएं इसके लिए आवेदन नहीं कर सकती हैं.
आपको बता दें कि भारतीय सेना में नेपाल मूल के गोरखा पुरूषों की एक पूरी रेजीमेंट है. हालांकि इसमें भारतीय मूल के गोरखा भी शामिल होते हैं, लेकिन उनकी तादाद थोड़ी कम है. लेकिन भारतीय सेना ने महिलाओं की भर्ती में नेपाल मूल की गोरखा महिलाओं को मना कर दिया है. सेना के सूत्रों के मुताबिक, ‘लिपिकीय-गलती’ के कारण ऐसा किया गया है.
दरअसल, 6 जून को भारतीय सेना ने महिला मिलिट्री पुलिस (कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस) के दूसरे बैच के लिए होने वाले भर्ती नोटिफिकेशन में सभी गोरखा महिलाओं को आवेदन करने की छूट दी गई थी. दूसरे बैच में 100 महिलाओं की भर्ती की जाएगी, जिसके लिए ऑन-लाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है.
भारतीय सेना के मुताबिक, मिलिट्री पुलिस में महिलाओं के दूसरे बैच के लिए 6 जून से ऑन-लाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है, जो 20 जुलाई तक खुला रहेगा. रजिस्ट्रेशन के बाद चुनी हुई महिलाओं को रिक्रेटमेंट-रैली के लिए बुलाया जाएगा. ये रैलियां अंबाला, लखनऊ, जबलपुर, बेलगाम (कर्नाटक), पुणे और शिलॉन्ग में आयोजित की जाएंगी. रैलियों की तारीख के बारे में अभी सेना ने कोई जानकारी नहीं दी है. एडमिट कार्ड जारी करने के दौरान ही रैली की तारीख की घोषणा की जाएगी.
सेना के मुताबिक, मिलिट्री-पुलिस में भर्ती के लिए महिलाओं की उम्र साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच होनी चाहि0ए और लंबाई 152 सेंटीमीटर होनी चाहिए. जिन महिलाओं ने कम से कम 45 प्रतिशत अंकों के साथ दसवी की परीक्षा पास की है, वही इस भर्ती के लिए आवेदन कर सकती हैं. फिजीकल फिटनेस के लिए 1.6 किलोमीटर की दूरी 7.30 मिनट पूरी करने होगी. इसके अलावा 10 फीट की लॉन्ग जंप और 3 फीट की हाई जंप जरूरी है. सैनिक और पूर्व-सैनिकों की बेटियों सहित वीर नारी (देश के लिए बलिदान देने वाले सैनिकों की पत्नियों) को फिजीकल फिटनेस में रिलेक्शनल यानि छूट दी जाएगी. उत्तर-पूर्व के राज्यों के आवदेकों को भी लंबाई में 4 सेंटीमीटर की छूट दी जाएगी.