सैन्य कमांडर सम्मेलन की बैठक में इजरायल-हमास और रूस-यूक्रन जंग पर भी हुई चर्चा, कहा- हमेशा तैयार रहना चाहिए
Israel-Hamas War: सैन्य कमांडरों के सम्मेलन में इजरायल-हमास की जंग और रूस- यूक्रेन के बीच युद्ध से लेकर चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चर्चा हुई.
Israel-Hamas War: नई दिल्ली में सेना के शीर्ष कमांडरों के सम्मेलन में उभरते खतरों और चुनौतियों के मद्देनजर सैन्य बल को भविष्य के लिए तैयार रखने के तरीकों पर चर्चा हुई. इसके अलावा रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास संघर्ष से प्रासंगिक सबक लेने के लिए पांच दिवसीय सम्मेलन में विचार-विमर्श किया गया.
सोमवार (16 अक्टूबर) से लेकर शुक्रवार (20 अक्टूबर) तक हुए सैन्य कमांडरों के सम्मेलन में चीन के साथ लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की स्थिति और किसी भी आकस्मिक हालात से निपटने के लिए सेना की अभियानगत तैयारी को बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा हुई.
सम्मेलन मे क्या चर्चा हुई?
सेना के शीर्ष कमांडरों के सम्मेलन में इसके अलावा हाल ही में आई सिक्किम बाढ़ का जिक्र कर ऐसी स्थितियों से निपटने को लेकर भी बात की गई. सम्मेलन साल में दो बार होता है. इसमें एक अप्रैल में तो दूसरा अक्टूबर में होता है.
राजनाथ सिंह ने क्या कहा है?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार (18 अक्टूबर) को सेना की अभियान संबंधी तैयारियों के उच्च मानकों के लिए उसकी तारीफ की और कहा कि युद्ध संबंधी तैयारी एक सतत प्रक्रिया होनी चाहिए. सेना को हमेशा अनिश्चितताओं के लिए तैयार रहना चाहिए.
सेना के शीर्ष कमांडरों को संबोधित करते हुए सिंह ने पूर्वी लद्दाख के हालात का जिक्र किया और किसी भी आकस्मिक स्थिति से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए सेना पर पूरा विश्वास जताया. उन्होंने यह भी कहा कि विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए दोनों पक्षों के बीच वार्ता सभी स्तरों पर जारी रहेगी.
उन्होंने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के प्रयासों की सराहना की, जिसने कठिन परिस्थितियों में काम करते हुए पश्चिमी और उत्तरी दोनों सीमाओं पर सड़क नेटवर्क में अतुलनीय सुधार किया है.
सम्मेलन को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने संबोधित किया. सेना ने एक बयान में कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मध्य पूर्व के भू-राजनीतिक संकट और संघर्ष से सबक लेने की आवश्यकता पर जोर दिया.
इनपुट भाषा से भी.
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