सरहद पर पाकिस्तानी गोलीबारी का शिकार होने वाले आम नागरिक और हादसों में अपने अंग गंवा चुके लोगों की सहायता के लिए भारतीय सेना एक बार फिर से मददगार बन कर आई है. भारतीय सेना ने भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति (बीएमवीएसएस), जयपुर के साथ मिलर फारकिया गली, कुपवाड़ा में एक कृत्रिम अंग फिटमेंट शिविर का आयोजन किया.
7 से 9 जुलाई 21 के बीच चलाये गए इस शिविर में स्थानीय लोगों के बीच 5 प्रकार की चिकित्सा सहायता अर्थात् कृत्रिम अंग, व्हील चेयर, कैलिपर, बैसाखी और श्रवण यंत्र वितरित किए गए. फिटमेंट कैंप ने 750 विकलांगों की मदद की गई जिन में पाकिस्तानी गोलीबारी में अंग खोने वाले लोग भी शामिल थे.
इस भेंट को वह कभी नहीं भूल सकता- लतीफ़
शिवर में कृतिम टांग लगवाने वाले लतीफ़ ने सेना का शुक्रिया करते हुए कहा कि सेना और सरकार की इस भेंट को वह कभी नहीं भूल सकता. शिविर में चिकित्सा सहायता उपकरणों की वास्तविक आवश्यकता वाले लोगों की पहचान करना, कृत्रिम अंग सुविधा की स्थापना, अंगों की मोल्डिंग और कास्टिंग और प्राप्तकर्ताओं पर उसी की अनुकूलित फिटिंग शामिल थी.
आयोजन के दौरान 17 व्हील चेयर, 05 कैलिपर समेत अन्य यंत्र वितरित किए गए
जिन व्यक्तियों को पोलियो से संबंधित समस्याएं पाई गईं, उनकी चिकित्सा अधिकारियों द्वारा विस्तार से जांच की गई और उनकी विकृति की गंभीरता के आधार पर कैलिपर्स, बैसाखी और व्हील चेयर प्रदान की गई. आयोजन के दौरान कुल 11 कृत्रिम अंग, 17 व्हील चेयर, 05 कैलिपर, 08 बैसाखी और 35 श्रवण यंत्र वितरित किए गए और हर उम्र के मरीजों में यह यंत्र बांटे गए.
श्रवण बाधितों के लिए विस्तृत श्रवण परीक्षण भी किया गया ताकि प्रभावितों के लिए बेहतर सुनवाई की सुविधा प्रदान करने वाले उपकरणों की पहचान की जा सके.
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