Odisha Police: ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां सेना में तैनात कैप्टन और उसकी मंगेतर ने ओडिशा पुलिस पर हिरासत में मारपीट करने का आरोप लगाया है. उन्होंने दावा किया है कि जब वे बदमाशों के एक ग्रुप द्वारा उन पर हमले की सूचना पुलिस को दे रहे थे तो उनके साथ मारपीट की गई. इस दौरान ओडिशा पुलिस ने पूरे मामले की जांच क्राइम ब्रांच से कराने की बात कही है.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, ये मामला राजधानी भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस स्टेशन का है. जहां सेना के सूत्रों ने आरोप लगाया कि मेजर और उसकी मंगेतर को पुलिस स्टेशन में हिरासत में प्रताड़ित किया गया. इसके साथ ही उनके साथ छेड़छाड़ की गई. दोनों कुछ गुंडों की शिकायत लेकर थाने पहुंचे थे. हालांकि कैप्टन को जमानत पर रिहा कर दिया गया है, लेकिन उसकी मंगेतर अभी भी हिरासत में है. सेना के सूत्रों के अनुसार, उसका जबड़ा टूट गया है और उसे गंभीर चोटें आई हैं.
पुलिस ने 10 घंटे तक सेना के कैप्टन को हिरासत में रखा
सेना सूत्रों के अनुसार, 14 सितंबर की रात को भुवनेश्वर के एक पुलिस थाने पहुंचे दम्पति ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उन पर शारीरिक रूप से मारपीट की गई. इसके साथ ही कैप्टन जिनका नाम गुरुवंश बताया जा रहा है. जबकि, उनकी प्रेमिका अंकिता के साथ छेड़छाड़ की. इसके बाद भी जब पुलिस का मन नहीं भरा तो 10 घंटे तक अवैध रूप से हिरासत में रखा.
जानिए पुलिस ने क्या लगाए आरोप?
हालांकि, पुलिस का आरोप है कि दंपत्ति नशे में थे और जब अंकिता से अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लिखित शिकायत देने के लिए कहा गया तो उन्होंने महिला पुलिस पर हमला किया. यहां तक कि कार्यालय की स्टेशनरी भी तोड़ दी. पुलिस ने आरोप लगाया कि उन्होंने पुलिस स्टेशन में ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट कराने से इनकार कर दिया और अस्पताल में शराब की मात्रा का पता लगाने के लिए ब्लड सैंपल लेने से भी इनकार कर दिया.
पुलिस ने बताया कि इसके बाद मामला दर्ज कर लिया गया है, कैप्टन को नोटिस जारी किया गया है, जबकि अंकिता को गिरफ्तार कर अदालत के समक्ष भेज दिया गया है.
जानिए क्या है पूरा मामला?
सेना के सूत्रों ने बताया कि रविवार को तड़के करीब 01.30 बजे कैप्टन और उनकी मंगेतर ओडिशा के भुवनेश्वर में अपनी गाड़ी से यात्रा कर रहे थे, तभी तीन वाहनों में सवार 12-13 लोगों ने उन्हें परेशान किया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया. ये लोग लापरवाही से गाड़ी चला रहे थे. सूत्रों ने बताया कि दंपत्ति भागने में कामयाब रहे और भरतपुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे, क्योंकि उन्होंने उनमें से एक कार का रजिस्ट्रेशन नंबर नोट कर लिया था. जिसके बाद उन्होंने पुलिस से मदद मांगी.
मगर, वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने मदद करने से इनकार कर दिया, बल्कि इस बात पर भी जोर दिया कि कोई भी कार्रवाई करने से पहले वे पहले लिखित शिकायत दर्ज करें. जब दंपति ने वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने के लिए कहा तो तनाव बढ़ गया, जिसके कारण पुलिस और कैप्टन के बीच बहस हुई.
मंगेतर के कपड़े उतारकर किया बेइज्जत
ऐसे में हालात तब बिगड़ गए जब सेना अधिकारी की साथी को एक महिला पुलिस अधिकारी ने अलग कमरे में ले जाकर उसके कपड़े उतारे, उसके साथ छेड़छाड़ कर मारपीट की. उनका आरोप है कि पुरुष अधिकारी ने कमरे में घुसकर उसके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया और उसे धमकाया. इसके साथ ही सेना के अधिकारी को हिरासत में लेकर मारपीट की गई. वहीं, वरिष्ठ सेना अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद उन्हें रिहा किया गया.
हमने घटना की जांच शुरू कर दी- ADGP
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस के एडिशनल डीजीपी (क्राइम ब्रांच) अरुण बोथरा ने मंगलवार (17 सितंबर, 2024) को कहा, "हमने घटना की जांच शुरू कर दी है. हमारा काम निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करना है, क्योंकि दो विपरीत पक्षों ने एक-दूसरे पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. जांच पूरी करने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई है."
यह भी पढ़ेंः Atishi Marlena Delhi CM: ममता बनर्जी के बाद देश की दूसरी मौजूदा महिला CM बनीं आतिशी