India Mongolia Joint Military Exercise: भारत और मंगोलिया के सैनिक एक संयुक्त सैन्य अभ्यास करने जा रहे हैं. यह ज्वाइंट मिलिट्री एक्सरसाइज मंगोलिया के उलानबटार में होगी. रक्षा मंत्रालय के बयान के मुताबिक, अभ्यास में शामिल होने के लिए भारतीय सेना के 43 जवानों की टुकड़ी रविवार (16 जुलाई) को मंगोलिया के लिए रवाना हो गई.
यह द्विपक्षीय संयुक्त सैन्य अभ्यास 'नोमैडिक एलीफेंट-23' यानी 'घुमंतू हाथी-23' का 15वां संस्करण है, जो 17 से 31 जुलाई तक चलेगा. नोमैडिक एलीफेंट एक वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो मंगोलिया और भारत में वैकल्पिक रूप से आयोजित होता है. इसका पिछला संस्करण अक्टूबर 2019 में हिमाचल प्रदेश के बकलोह स्थित स्पेशल फोर्सेज ट्रेनिंग स्कूल में आयोजित किया गया था.
मंगोलिया के साथ इस सैन्य अभ्यास का मकसद क्या है?
इस मिलिस्ट्री एक्सरसाइज में भारतीय सेना के जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट के जवान और मंगोलियाई सशस्त्र बल यूनिट 084 के सैनिक शामिल हो रहे हैं. रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इस अभ्यास का मकसद सकारात्मक सैन्य संबंध बनाना, सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करना और दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन, सौहार्द और मित्रता विकसित करना है.
अभ्यास में दिया जाएगा इन चीजों का प्रशिक्षण
बयान में कहा गया कि अभ्यास मुख्य रूप से संयुक्त राष्ट्र के अधिकारपत्र के तहत पहाड़ी इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियानों पर केंद्रित होगा. इसके दायरे में प्लाटून स्तर का फील्ड ट्रेनिंग अभ्यास (FTX) शामिल है. अभ्यास के दौरान भारत और मंगोलिया के जवान कौशल और क्षमताओं को बढ़ाने के लिए डिजाइन की गई कई प्रकार की प्रशिक्षण गतिविधियों में शामिल होंगे. इस गतिविधियों में किसी भी परिस्थिति में डटे रहने का प्रशिक्षण, रिफ्लेक्स फायरिंग, रूम इंटरवेंशन, स्मॉल टीम टैक्टिक्स और रॉक क्राफ्ट ट्रेनिंग शामिल है.
रक्षा मंत्रालय के बयान में यह भी कहा गया है कि दोनों पक्षों (भारत-मंगोलिया) के सैनिक एक-दूसरे के ऑपरेशनल अनुभव से सीखेंगे. भारत और मंगोलिया क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग के प्रति साझा रूप से प्रतिबद्ध हैं. यह संयुक्त सैन्य अभ्यास भारतीय सेना और मंगोलियाई सेना के बीच रक्षा सहयोग में एक और अहम मील का पत्थर होगा, जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देगा.