Indian Armed Forces: आकाश एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के लिए सेना का BDL से 6000 करोड़ का करार, नेवी की क्षमता बढ़ाने के लिए भी डील
Indian Army-Navy की ताकत में इजाफे के लिए दो अलग-अलग करार किए गए हैं. सेना ने बीडीएल से मिसाइल सिस्टम और रक्षा मंत्रालय ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस से नेवी के लिए खास प्रणाली खरीदने के लिए करार किया है.
Army Deal For Akash Air Defence Missile Systems: भारतीय सेना ने भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) से आकाश एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम खरीदने के लिए 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की डील की है. माना जा रहा है कि सेना और बीडीएल के बीच हुए इस समझौते से रक्षा क्षेत्र में 'मेक इन इंडिया' मुहिम को बढ़ावा मिलेगा. बीडीएल भारतीय सेना की दो रेजीमेंट्स (तीसरी और चौथी) को अपग्रेडेड वर्जन के आकाश एयर डिफेंस सिस्टम सप्लाई करेगा.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एक शीर्ष रक्षा सूत्र ने बताया, ''सीकर्स के साथ ये मिसाइल सिस्टम के अपग्रेडेड वर्जन होंगे जो सीमा पर दुश्मन के किसी भी विमान या ड्रोन को मार गिराने के लिए भारतीय सेना को ज्यादा सटीकता प्रदान करेंगे.''
LAC पर प्रभावी अपग्रेडेड आकाश सिस्टम
रिपोर्ट के मुताबिक, सेना की दो रेजीमेंट के लिए मिसाइल सिस्टम का करार मेक इन इंडिया पहल की जीत इसलिए भी माना जा रहा है कि क्योंकि पहले इन्हें विदेश से आयात करने की योजना थी लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार ने स्वदेशी मिसाइल सिस्टम को ही शामिल करने का फैसला किया.
अपग्रेडेड आकाश मिसाइल सिस्टम को उत्तर में चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) जैसी उच्च ऊंचाई वाली सीमाओं पर प्रभावी होने के लिए सक्षम बनाया गया है. मौजूदा आकाश सिस्टम की तुलना में अपग्रेडेड सिस्टम में बेहतर सटीकता के लिए स्वदेशी रूप से सक्रिय रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) सीकर लगाया गया है.
रक्षा मंत्रालय का ब्रह्मोस एयरोस्पेस से 17,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का करार
दूसरी ओर रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार (30 मार्च) को ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक बड़े समझौते पर हस्ताक्षर किए. इस समझौते के तहत रक्षा मंत्रालय ब्रह्मोस एयरोस्पेस कंपनी से नेक्स्ट जेनरेशन मैरीटाइम मोबाइल कोस्टल बैटरी (लॉन्ग रेंज) {NGMMCB (LR)} और ब्रह्मोस मिसाइलें खरीद रहा है. इसके लिए रक्षा मंत्रालय ने 'भारतीय खरीद श्रेणी' के अंतर्गत 17,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का करार किया है.
Ministry of Defence today inked a contract with BrahMos Aerospace Private Limited (BAPL) for procurement of Next Generation Maritime Mobile Coastal Batteries (Long range) {NGMMCB (LR)} and BrahMos Missiles at an approx cost of over Rs 1,700 crore under Buy (Indian) Category. pic.twitter.com/WxvT7Tl2Mi
— ANI (@ANI) March 30, 2023
नौसेना की चौतरफा समुद्री हमले करने की क्षमता में होगा इजाफा
रिपोर्ट के मुताबिक, नेक्स्ट जेनरेशन मैरीटाइम मोबाइल कोस्टल बैटरी की डिलीवरी 2027 में होगी. ये सिस्टम सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस होंगे और भारतीय नौसेना की चौतरफा समुद्री हमले करने की क्षमता में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी करेंगे.
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