Indian Army: सेना को मिले कई स्वदेशी निर्मित हथियार, लेफ्टिनेंट जनरल बोले- हम किसी भी खतरे से निपटने को तैयार
Indian Army: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना को एंटी-पर्सनल माइन निपुण सौंपी. इसमें से लगभग 7 लाख एंटी-पर्सनल माइन को भारतीय सेना को दिया जाएगा.
Indian Army: मंगलवार को भारतीय सेना को एलएसी (Line Of Actual Control) के साथ ही आगे के क्षेत्रों में दुश्मनों पर नजर रखने के लिए स्वदेशी रूप से निर्मित एक ड्रोन प्रणाली दी गई है. वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे के क्षेत्रों में तैनात सैनिकों को मेड इन इंडिया के अंतर्गत बनी इफैन्ट्री कैंबैट की गाड़ियां भी सौंपी. भारतीय सेना के फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री सोल्जर इन ए सिस्टम (F-INSAS) सैनिक ने नई हथियार प्रणालियों और एके -203 असॉल्ट राइफल सहित उपकरणों की विस्तृत जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सौंपे हथियार
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना को एंटी-पर्सनल माइन निपुण सौंपी. इसमें से लगभग 7 लाख एंटी-पर्सनल माइन को भारतीय सेना को दिया जाएगा, जिसे भारत के निजी क्षेत्र के द्वारा बनाया गया है. इसके साथ ही सेना को एफ-इंसास प्रणाली की AK-203 असॉल्ट राइफलें भी दी गई हैं. जिन्हें अमेठी में भारत और रूस की संस्थाओं के बीच एक संयुक्त वेंचर में निर्मित करने की योजना है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह की मौजूदगी में भारतीय सेना को सौंपी.
#WATCH Indian Army has received a drone system manufactured indigenously for troops to help an eye on enemy troops in the forward areas along the LAC
— ANI (@ANI) August 16, 2022
Defence Minister also handed over the Made in India infantry combat vehicles to the troops deployed in the forward areas pic.twitter.com/YmeGpoO1eU
भारतीय सेना किसी भी खतरे से निपटने को तैयार
भारतीय सेना को अत्याधुनिक हथियार सैंपते हुए लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने कहा, "मैं सेना प्रमुख की ओर से आश्वासन देता हूं कि चाहे वह पश्चिमी रेगिस्तान हो या लद्दाख सेक्टर में ऊंचाई वाले स्थान हैं भारतीय सेना किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार है." भारतीय सेना सेना के इंजीनियर-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने कहा, सशस्त्र बलों के लिए हथियार प्रणालियों के स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने कई नीतिगत निर्णय लिए हैं. इस दिशा में सेना ने कई हथियार और उपकरण शामिल किए हैं, जिसमें माइंस्, व्यक्तिगत हथियार और पैदल सेना के लिए वाहन शामिल हैं.