Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के मनसूबे को नेस्तनाबूद करने के लिए भारतीय सेना और वहां की लोकल पुलिस लगातार ऑपरेशन कर रही है. कश्मीर से कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जहां आतंकियों ने स्थानीय लोगों को निशाना बनाया है. अब ऐसे में भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर पुलिस (जेकेपी) की मदद से ग्राम रक्षा गार्ड (वीडीजी) को ट्रेनिंग देकर स्थानीय समुदायों की सुरक्षा बढ़ाने की पहल की है.


गांव को आतंकियों से बचाएगी वीडीजी


सुरक्षाबलों के इस पहल के उद्देश्य इन नागरिकों को हर जरूरी स्किल से लैस करना है, ताकि ये लोग अपने गांवों को आतंकियों के खतरों से बचा सकें और पूरे क्षेत्र के सुरक्षा ढ़ांचे को मजबूत किया जा सके. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 600 लोग मौजूदा समय में ऑटोमैटिक रायफल, स्क्वाड पोस्ट ड्रिल और छोटे रणनीति को कैसे अंजाम दिया जाए इसकी ट्रेनिंग ले रहे हैं.


आतंकियों को खोजने में करते हैं सुरक्षा बलों की मदद


वीडीजी के सदस्य आमतौर पर जम्मू क्षेत्र के दूरदराज के इलाकों में आतंकवादियों की तलाश के लिए सुरक्षा बलों की सहायता करते हैं. हाल ही में केंद्र सरकार ने उन्हें लेटेस्ट हथियार उपलब्ध कराकर उनका मांग पूरी की थी. इससे पहले ग्राम रक्षा गार्ड के पास थ्री नाट थ्री गन थीं, लेकिन अब वे आधुनिक एसएलआर से लैस हैं.






लगभग 10 साल बाद जम्मू कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान होने वाले हैं. इसे लेकर चुनाव आयोग की ओर से कहा गया था कि हम चुनाव में किसी भी तरह की अशांति फैलाने की कोशिश करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देंगे, चाहे दुश्मन घर का हो गया बाहर का.


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