Pakistan Infiltrate Terrorists In India: युद्धविराम समझौते की आड़ में पाकिस्तान एलओसी (LoC) पर आतंकियों को घुसपैठ कराने से बाज नहीं आ रहा है. गुरुवार को एलओसी (LOC) के केरन सेक्टर में पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (POJK) से घुसपैठ करने वाले तीन आतंकियों को भारतीय सेना (Indian Army) ने मार गिराया. इस एनकाउंटर में भारत के एक पोर्टर की भी मौत हो गई.
भारतीय सेना के मुताबिक जम्मू कश्मीर पुलिस की खुफिया जानकारी के आधार पर कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में एक सघन तलाशी अभियान चलाया गया. उसी अभियान के दौरान उनकी आतंकियों से मुठभेड़ हुई और वहां पर तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया. उनके कब्जे से तीन एके-47 राइफल, एक पिस्टल, छह ग्रैनेड और आईईडी बनाने की सामाग्री मिली.
आतंकवाद को लेकर क्या है पाकिस्तान की स्टेट पॉलिसी ?
श्रीनगर स्थित रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल इमरोन मौसवी के मुताबिक पिछले तीन दशक से कश्मीर में आतंकवाद का एक्सपोर्ट पाकिस्तान की स्टेट-पॉलिसी रही है. पाकिस्तान इस बात से बौखलाया हुआ है कि कश्मीर घाटी में लगातार पर्यटक आ रहे हैं. यही वजह है कि पाकिस्तान समर्थित हैंडलर आतंकियों को घुसपैठ कराने की लगातार कोशिश कर रहे हैं.
क्या है भारतीय सेना का आरोप ?
भारतीय सेना के मुताबिक 2020 में हुए युद्धविराम समझौते की आड़ में पाकिस्तान भारत के साथ छल कर रहा है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक एलओसी पर पाकिस्तान के कब्जे की तरफ से आये तीन आतंकियों का मारा जाना दिखाता है कि पाकिस्तान कश्मीर घाटी में अमन-चैन नहीं चाहता है और हाल ही में शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा में विघ्न डालना चाहता है.