Indian Army On POK: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pakistan Occupied Kashmir) को छुड़ाने के लिए सेना पूरी तरह से तैयार है और सरकार के आदेशों का इंतजार कर रही है. यह जानकारी खुद चिनार कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एडीएस औजला ने दी. उन्होंने मंगलवार (1 अक्टूबर) को कहा कि राजनाथ सिंह के POK पर दिए संकेत के बाद भारतीय सेना "कार्रवाई के लिए पूरी तरह से तैयार" है. लेफ्टिनेंट जनरल एडीएस औजला ने कहा, 'भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है और हम सरकार के आदेश पर किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार हैं."
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दिए थे संकेत
श्रीनगर में 'शौर्य दिवस' कार्यक्रम में सोमवार (31 अक्टूबर) को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था, "हमने अभी उत्तर की ओर चलना शुरू किया है, हमारी यात्रा पूरी होगी जब हम 22 फरवरी, 1994 को भारतीय संसद द्वारा सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव को गिलगित-बाल्टिस्तान पहुंचकर लागू करेंगे."
'हम पूरी तरह से तैयार हैं'
कमांडिंग ऑफिसर रक्षा मंत्री के बयान पर श्रीनगर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा, "जब भी केंद्र सरकार इस तरह का फैसला करेगी, हमारे पास आदेश आएंगे और ऐसे में हम पूरी तरह से तैयार हैं. अपनी पारंपरिक ताकत के अलावा, हम खुद को आधुनिक रूप से भी मजबूत कर रहे हैं, ताकि हमें ऐसी स्थिति में पीछे मुड़कर न देखना पड़े."
मौजूदा हालातों पर क्या बोले जनरल औजला?
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 75 वर्षों में भारतीय सेना की क्षमताओं को उन्नत किया गया है. उन्होंने कहा कि हमारी तैयारी बहुत अच्छे स्तर पर हैx और जब भी इसे प्रदर्शित करने की जरूरत होगी, आप बहुत अलग प्रभाव देखेंगे. मौजूदा हालात के बारे में बात करते हुए जनरल औजला ने कहा, ''अभी स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, लेकिन जब भी मौका मिलता है घुसपैठ की कोशिशें होती हैं, लेकिन भारतीय सेना हमारी सीमा की रक्षा के लिए पूरी ताकत से तैयार है.''
'अक्टूबर में तीन आतंकियों का किया सफाया'
युद्धविराम की घोषणा और अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद की स्थिति के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में, जनरल औजला ने कहा, "32 साल में सबसे कम घुसपैठ दिखाते हुए घाटी में शांति बहाल करने के मद्देनजर यह एक बहुत अच्छा वर्ष रहा है. इस पूरे साल में अक्टूबर के महीने तक सिर्फ आठ आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की, जिनमें से तीन का सफाया कर दिया गया."