Pakistan Drone Conspiracy: भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तानी ड्रोन से निपटने के लिए तैयार है. पाकिस्तानी साजिश से निपटने के लिए सेना ने सीमा पर एक्वा जैमर और मल्टी शॉट गन तैनात किए हैं. एबीपी न्यूज के पास असकी एक्सक्लूसिव तस्वीरें भी हैं. इस साल पाकिस्तान ने जम्मू में करीब दो दर्जन बार ड्रोन वाली साजिश रची और ड्रोन के जरिए जम्मू में सक्रिय अपने आतंकियों और उनके मददगारों तक न केवल हथियार बल्कि घातक माने जाने वाले स्टिकी बम पहुंचाने की कोशिश की.
सीमा पर तैनात भारतीय जवानों ने इस साल अब तक पाकिस्तान की ड्रोन वाली साजिश को तीन बार नाकाम किया और तीनों बार मार गिराए गए ड्रोंस से स्टिकी बम, आईईडी और विस्फोटक बरामद हुए. वहीं अब भारतीय सेना ने पाकिस्तान की इस ड्रोन वाली साजिश का मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी कर ली है. भारतीय सेना ने पाकिस्तान से सटी एलओसी पर भेजे गए ड्रोन का पता लगाने और उसे जाम करने के लिए सीमा पर एक्वा जैमर तैनात कर दिए हैं.
ड्रोन हो जाएंगे हवा में जाम
सीमा पर तैनात ये एक्वा जैमर पाकिस्तान से भेजे गए ड्रोन को न केवल 4900 मीटर की दूरी पर डिटेक्ट कर लेता है बल्कि उसे जाम करने की क्षमता भी इस जैमर में है. अगर पाकिस्तान भारतीय सीमा में ड्रोन भेजने की हिमाकत करता है तो सीमा पर तैनात यह एक्वा जैमर हवा में ही जाम कर सकता है. पाकिस्तान के ड्रोन को जाम करने के बाद इस एक्वा जैमर के पास ही लगे मल्टी शॉट गन प्लेटफॉर्म को ड्रोन का पता लग जाता है जिसके बाद इस प्लेटफार्म पर लगे 3 हथियार एक साथ नौ राउंड फायर कर उस ड्रोन को मार गिरने की क्षमता रखते हैं.
भारतीय सेना ने अब सीमा पर सर्विलेंस सेंटर स्थापित किए हैं. इन निगरानी केंद्रों में न केवल अति आधुनिक पीटीजेड कैमरों से पाकिस्तान की हर साजिश पर नजर रखी जा रही है बल्कि इसके साथ ही थर्मल इमेजर्स से भी सीमा पर नजर रखी जा रही है ताकि भौगोलिक परिस्थितियों का फायदा लेते हुए पाकिस्तान किसी गुस्ताखी को अंजाम न दे. जम्मू में सीमा पर तैनात बीएसएफ का दावा है कि ड्रोन एक नई चुनौती के रूप में उभर रहा है.
बीएसएफ कर रही डेप्थ पेट्रोलिंग
बीएसएफ के एडिशनल डायरेक्टर जनरल पी रामा शास्त्री ने कहा कि ड्रोन एक नई प्रकार की समस्या है जिससे निपटने के लिए बीएसएफ कई तरह की प्रतिक्रियाएं दे रही है. उन्होंने कहा कि इन प्रतिक्रियाओं में कुछ तकनीक पर आधारित हैं जिनमें एंट्री ड्रोन सिस्टम शामिल हैं जो सीमा पर उड़ रहे ड्रोन का पता लगाने और उसे जाम करने में सक्षम हैं. बीएसएफ के मुताबिक तकनीक के साथ-साथ सीमा के आसपास के इलाकों में इन डेप्थ पेट्रोलिंग भी कर रही है क्योंकि ड्रोन अपना पेलोड सीमा पर नहीं बल्कि सीमा से सटे हुए इलाकों में गिराता है.
जम्मू कश्मीर में एलओसी पर इन आधुनिक उपकरणों और हथियारों को तैनात किए जाने के बाद अब उम्मीद यही जताई जा रही है कि अगले कुछ समय में यह हथियार हथियार अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी तैनात किए जाएंगे ताकि पाकिस्तान को ड्रोन वाली साजिश का करारा जवाब दिया जा सके.
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