(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
भारतीय सेना ने दिखाई दरियादिली, 13 याक और 4 बछड़ों को चीन को सौंपा
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर बीते काफी लंबे समय से जारी गतिरोध के बीच भारतीय सेना ने इंसानियत की मिसाल पेश की है. भारतीय सेना ने हाल में रास्ता भटककर भारत की सीमा में दाखिल हुए मवेशियों को चीन को सौंप दिया है.
नई दिल्लीः भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर बीते काफी लंबे समय से गतिरोध जारी है. जिसे लेकर भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच झड़प की भी खबरें सामने आ चुकी हैं. वहीं हाल ही में चीन से भटककर भारत की सीमा में दाखिल हुए मवेशियों को भारतीय सेना ने चीन को सौंप दिया है. जिसे लेकर चीनी सैनिकों ने भारतीय सेना को धन्यवाद भी दिया है.
दरअसल भारतीय सेना की पूर्वी कमान की ओर से एक बयान जारी किया गया है. इसमें बताया गया है कि 'भारतीय सेना के जवानों ने अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग में 31 अगस्त को चीनी नागरिकों के 13 याक और चार बछड़ों को चीन के अधिकारियों को सौंप दिया है. ये मवेशी रास्ता भटककर भारतीय सीमा में दाखिल हो गए थे. चीनी अधिकारियों ने इस दयालुता के लिए भारतीय सेना को धन्यवाद दिया.'
In a humane gesture Indian Army handed over 13 yaks & 4 calves, that strayed across the LAC on 31 August 2020 in Arunachal Pradesh's East Kameng, to China on 7 Sept 2020. Chinese officials present thanked Indian Army for the compassionate gesture: Eastern Command, Indian Army pic.twitter.com/t6y7Kiq8eP
— ANI (@ANI) September 7, 2020
बता दें कि इससे पहले भी भारतीय सेना ने चीनी नागरिकों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया था. दरअसल उत्तरी सिक्किम में 17500 फीट की ऊंचाई पर प्लाटेऊ के रास्ते में कुछ चीनी नागरिक रास्ता भटक जाने के कारण आ गए थे. रास्ता भटकने के साथ ही इनके यह राशन खत्म होने की समस्या से जूझ रहे थे. भारत-चीन सीमा विवाद के बाद भी सिक्किम की बर्फीली पहाड़ियों में भटके चीनी नागरिकों की भारतीय सेना ने जान बचाई थी.
मानवता सर्वोपरि#IndianArmy extends help and #Medical assistance to stranded #Chinese citizens at the India - China Border of #NorthSikkim at altitude of 17,500 feet under extreme climatic conditions.
For #IndianArmy #Humanity is foremost#HumanValues#IndianArmy#NationFirst pic.twitter.com/mdW7Tka0wo — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) September 5, 2020
भारत-चीन सीमा पर बीते 100 दिन से अधिक वक्त से जारी तनाव के बीच मॉस्को में पहली बार दोनों देशों के विदेश मंत्री रूबरू होंगे. शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के हाशिए पर विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी के बीच द्विपक्षीय मुलाकात भी अपेक्षित है.
एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए जयशंकर मंगलवार सुबह मॉस्को रवाना हो रहे हैं. उम्मीद की जा रही है कि दोनों विदेश मंत्रियों की आमने-समने मुलाकात सैन्य गतिरोध सुलझाने के लिए आगे का रास्ता तलाश सकती है.
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