भारतीय सेना ने एंटी-शिप मिसाइल का किया सफल परीक्षण
पिछले शुक्रवार को भी भारतीय नौसेना ने एक एंटी शिप मिसाइल को लॉन्च करते हुए वीडियो जारी किया गया था. उस मिसाइल को अरब सागर में आईएनएस प्रबल से दागा गया था. उस दौरान जिस जहाज पर टारगेट लगाया था उसके डूबते हुए का वीडियो भी जारी किया गया था.
भारतीय सेना ने शुक्रवार को एंटी-शिप मिसाइल का परीक्षण किया और एक पुराने जहाज को इस अटैक से समंदर में डूबो दिया. ये परीक्षण बंगाल की खाड़ी में किया गया. नौसेना ने इस परीक्षण के दो वीडियो साझे किए, एक वीडियो में नौसेना के गाईडेड मिसाइल कोर्विट (युद्धपोत) आईएनएस कोरवा से एंटी-शिप मिसाइल को दागते हुए थे. जबकि दूसरे वीडियो में जिस जहाज को निशाना बनाया गया था वो धू-धू कर जलता दिख रहा है. नौसेना के मुताबिक, इस एंटी शिप मिसाइल को अधिकतम दूरी पर लॉन्च किया गया था. इन एंटी शिप मिसाइल्स की मैक्सिम रेंज करीब 50 किलोमीटर है.
गौरतलब है कि पिछले शुक्रवार को भी भारतीय नौसेना ने एक एंटी शिप मिसाइल को लॉन्च करते हुए वीडियो जारी किया गया था. उस मिसाइल को अरब सागर में आईएनएस प्रबल से दागा गया था. उस दौरान जिस जहाज पर टारगेट लगाया था उसके डूबते हुए का वीडियो भी जारी किया गया था.
पिछले छह महीने से यानि जब से पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर भारत का चीन से तनाव शुरू हुआ है तभी से भारतीय नौसेना भी पूरे हिंद महासागर में ऑपरेशन्ली तैयार है. कोरोना महामारी, खराब मौसम और समंदर में आंधी-तूफान के बावजूद नौसेना के सभी युद्धपोत पूरे हिंद महासागर की निगहबानी के साथ साथ युद्ध जैसे हालात के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
नौसेना की युद्धक-तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए ही चीफ ऑफ नेवल स्टाफ, एडमिरल करमबीर सिंह ने बीते गुरूवार 22 अक्टूबर को अरब सागर में कैरियर-बैटल-ग्रुप की कॉम्बेट-रेडीनेस का प्रदर्शन देखा. नौसेना की पश्चिमी कमान (वेस्टर्न नेवल कमांड) के इस कैरियर बैटल ग्रुप में एयरक्राफ्ट कैरियर, आईएनएस विक्रमादित्य सहित फ्रीगेट्स, मिसाइल-डेस्ट्रोयर्स, कोर्विट्स और फ्लीट-सपोर्ट शिप्स शामिल थे. इसके अलावा नौसेना के मिग-29 फाइटर जेट्स और हेलीकॉप्टर्स ने भी अपनी तैयारियों का प्रदर्शन इस दौरान किया. नौसेना के प्रवक्ता, कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक, नौसेना प्रमुख के समक्ष मिसाइल फायरिंग से लेकर एयर टू एयर कॉम्बेट ऑपरेशन्स, एंटी-सबमरीन ड्रिल और फ्लीट-मैन्युवरिंग का प्रदर्शन हुआ.
आपको बता दें कि अरब सागर में ही पाकिस्तान के समंदर से सटी आईएमबीएल यानि इंटरनेशनल मेरीटाइम ब्राउंड्री लाइन है (जैसाकि जमीन पर अंतर्राष्ट्रीय सीमा होती है).
नौसेना के प्रवक्ता के मुताबिक, इस दौरान नौसेना प्रमुख खुद हेलीकॉप्टर के जरिए पहले मिसाइल-डेस्ट्रोयर, आईएनएस चेन्नई और फिर आईएनएस दीपक पहुंचे. यहां पर फ्लीट कमांडर ने एडमिरल करमबीर सिंह को ऑपरेशन्ल तैयारियों का पूरा ब्यौरा पेश किया और फिर नौसेना प्रमुख ने क्रू से बातचीत की. इसके बाद नौसेना प्रमुख आईएनएस विक्रमादित्य के डेक पर पहुंचे और वहां से एयर-डिफेंस और एयर-स्ट्राइक की तैयारियों का जायजा लिया. इसके बाद एडमिरल ने आईएनएस विक्रमादित्य से नौसैनिकों को संबंधोति किया. ये संबोधन कैरियर बैटल ग्रुप में शामिल सभी युद्धपोत पर तैनात नौसैनिकों के लिए ब्रॉडकास्ट किया गया. उन्होनें सभी नौसैनिकों और युद्धपोतों को पूरे हिंद महासागर क्षेत्र में मिशन-डेप्लोय रहने के लिए बधाई की. उन्होनें अपने संबोंधन में साफ कहा कि आने वाले महीनों में भी नौसेना की ऑपरेशन्ल तैयारियों का ‘टेंपो’ ऐसे ही बना रहेगा.
आपको यहां पर ये भी बता दें कि अगले महीने यानि नबम्बर के महीने में भारत, अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया की नौसेनाएं हिंद महासागर में मालाबार युद्धभ्यास करने जा रही हैं. ये युद्धभ्यास दो चरणों में होगा—एक चरण अरब सागर में होगा और दूसरा बंगाल की खाड़ी में. पहली बार आस्ट्रेलियाई नौसेना भी इस युद्धभ्यास में हिस्सा लेने जा रही है. माना जा रहा है कि भारत, अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया के इस ‘मिलिट्री-क्वॉड’ से चीन का खिन्न होना तय है.