Indian Army Switches On E-Vehicles: भारतीय सेना दुश्मन से लड़ने के साथ-साथ अब प्रदूषण के खिलाफ भी जंग लड़ने के लिए तैयार है. भारतीय सेना जल्द ही पेट्रोल और डीजल की गाड़ियों की जगह इलेक्ट्रिक-व्हीकल इस्तेमाल करने जा रही है. इसकी शुरुआत राजधानी दिल्ली से हो गई है और जल्द ही सभी शांत इलाकों वाले छावनियों और मिलिट्री स्टेशनों में कम से कम 25 प्रतिशत गाड़ियां बिजली से चलने वाली हो जाएंगी.


जानकारी के मुताबिक, देश के सभी पीस-स्टेशन यानी एलओसी, कश्मीर और उत्तर-पूर्व के राज्यों के अलावा जहां-जहां भी भारतीय सेना की छावनियां हैं, वहां 25 प्रतिशत लाइट व्हीकल यानी कारें, 38 प्रतिशत बसें और 48 प्रतिशत बाइक इलेक्ट्रिक हो जाएंगी. इसके लिए सभी पीस स्टेशन में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को भी तैयार किया जा रहा है.

जल्द ही सेना जारी करेगा टेंडर
राजधानी दिल्ली में ऐसे चार्जिंग स्टेशन लगने भी शुरू हो गए हैं. सेना के लिए इलेक्ट्रिक-व्हीकल खरीदने भी शुरू कर दिए गए हैं. भारतीय सेना जल्द ही 60 इलेक्ट्रिक बस और 24 फास्ट-चार्जर का टेंडर भी जारी करने वाली है. ऐसा माना जा रहा है कि सेना में अब पीस स्टेशन में जो भी बसों की कमी है, वो इन्हीं इलेक्ट्रिक बसों के जरिए ही पूरी की जाएगी.

2030 तक कार्बन प्रदूषण कम करने का लक्ष्य
दरअसल, भारत सरकार ने वर्ष 2030  तक कार्बन-प्रदूषण कम करने की बात कही है. ऐसे में भारतीय सेना भी सरकार के इस वादे को पूरा करने में पूरा सहयोग कर रही है ताकि प्रदूषण को कम करने के साथ साथ फॉसिल-फ्यूल पर निर्भरता भी कम की जा सके. इसी साल अप्रैल के महीने में भारतीय सेना ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के लिए ईवी गाड़ियों की प्रदर्शनी आयोजित की थी, जिसमें टाटा मोटर्स, परफेक्ट मेटल इंडस्ट्रीज और रिवोल्ट मोटर ने हिस्सा लिया था.

 

ये भी पढे़ं :