भारतीय सेना भीषण सर्दी और भारी बर्फबारी के बावजूद पाकिस्तान की हर चाल को नाकाम करने के लिए सीमा से लगे इलाकों में मुस्तैद है. ऐसी ही एक जगह उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले का उरी सेक्टर है, जहां से पाकिस्तानी आतंकियों के घुसपैठ की संभावना हमेशा बनी रहती है. उरी सेक्टर में भी आधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस सेना के जवान 24 घंटे सीमा पर नजर बनाए हुए हैं. दुश्मन के किसी भी दुस्साहस को विफल करने के लिए ये जवान हाड़ कंपा देने वाली ठंड और बर्फीले तूफानों के बावजूद नाइट पेट्रोलिंग करते हैं.
उरी सेक्टर में तैनात जवानों का वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि नई पीढ़ी के नाइट थर्मल इमेजर्स और उन्नत हथियारों से लैस जवान पेट्रोलिंग करते नजर आ रहे हैं. ये आधुनिक हथियार और उपकरण इन जवानों की हिम्मत में और इजाफा कर रहे हैं. ये आधुनिक हथियार और सुरक्षा उपकरण संभावित खतरों का तेजी से जवाब देने की उनकी क्षमता को बढ़ाते हैं.
रात में विशेष चश्मों का इस्तेमाल
रात के वक्त सीमा की सुरक्षा में तैनात जवानों के लिए नाइट विजन थर्मल इमेजर्स काफी मददगार साबित हो रहे हैं. रात के घने अंधेरे में भी जवान इस खास नाइट विजन चश्मे जैसे उपकरण से किसी भी चीज या संदिग्ध को आसानी से नेविगेट कर लेते हैं और चौकन्ना हो जाते हैं.
दुश्मन के हर दुस्साहस पर नजर
देश की सीमाओं की सुरक्षा में तैनात ये सैनिक, भीषण सर्दी, खराब मौसम, हाड़ कंपा देने वाली ठंड और बर्फीले तूफानों का सामना करते हुए एलओसी पर दुश्मन के हर दुस्साहस पर नजर रख रहे हैं. मौसम से जुड़ी तमाम चुनौतियां भी इन सैनिकों के अटल संकल्प को टस से मस नहीं कर पातीं. कश्मीर में तैनात सैनिक क्षेत्र में शांति बनाए रखने और आतंकियों की घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उरी सेक्टर में तैनाती से पहले जवानों को विशेष ट्रेनिंग दी जाती है. ये दिन और रात हर समय सीमा पर होने वाली हर गतिविधि पर नजए बनाए हुए हैं, ताकि सीमा पर किसी भी संदिग्ध गतिविधि से तुरंत निपटा जा सके. एलओसी पर भारतीय सेना की 24X7 सतर्कता से घुसपैठ की घटनाओं में भी काफी कमी आई है. सैनिक प्रभावी ढंग से एलओसी की रक्षा के लिए आधुनिक और नई तकनीक और उपकरणों का बड़ा हाथ बताते हैं.