नई दिल्ली: अक्सर डॉक्टर को फरिश्ता कहा जाता है, क्योंकि वे अपने हुनर और काबलियत के दम पर न सिर्फ बीमार लोगों की जान बचा लेते हैं, बल्कि इस दुनिया में आने के दौरान भी अहम रोल अदा करते हैं. कुछ इस तरह का एक मामला उस वक्त सामने आया जब नई दिल्ली से अमेरिका जा रही फ्लाइट में जब विमान 35000 फीट की ऊंचाई पर था तो महिला यात्री को लेबर पेन शुरू हो गया. मुसीबत की इस घड़ी में एक सहयात्री डॉक्टर ने अपना फर्ज निभाकर इंसानियत की मिसाल पेश की है. डॉक्टर ने महिला की मदद की जिसके बाद वो अपने बेटे को जन्म में कामयाब रही.
दरअसल, 17 दिसंबर को डॉक्टर सिज हेमल पैरिस से अपने दोस्त की शादी में शामिल होकर अमेरिका लौट रहे थे. उसी विमान में टोयिन ओगुंडिप नाम की एक महिला यात्री भी सफर कर रही थी. सफर के दौरान ही महिला यात्री को दर्द हुआ और उसने मदद के लिए असिस्टेंस को बुलाना चाहा तभी महिला की परेशानी देख डॉक्टर सिज के साथ बैठे एक यात्री ने उनसे मदद के लिए कहा.
डॉ सिज हेमल ने एक प्रेस रीलिज जारी कर बताया है कि महिला की हालत ठीक नहीं थी. उसके पास अपने बच्चे को जन्म देने के लिए दस मिनट से ज्यादा का वक्त नहीं था. विमान की इमरजेंसी लैंडिंग के लिए अमेरिकी आर्मी एयर बेस तक पहुंचने में कम से कम दो घंटे का वक्त लगना तय था.
डॉ सिज का कहना है कि वक्त बीतता जा रहा था, 7 मिनट बीत जाने के बाद अब महिला के पास 3 से 4 मिनट का वक्त बचा था. ऐसे में उन्होंने हवा में ही बच्चे को जन्म देने की तरकीब सोची, जो कामयाब रही. डॉ सिज की कोशिश के बाद महिसा बड़ी आसानी से अपने बच्चे को जन्म देने में कामयाब रही.
इस पूरे मामले में बेटे को जन्म देने वाली महिला ने कहा कि डॉ सिज ने वो सब कुछ किया जो एक नर्स और मिडवाईफ कर करती हैं. इसके लिए उनका बहुत बहुत शुक्रिया.