नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों की तल्खियां जगजाहिर है. हाल ही में भारतीय के पूर्व नौ सेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की आर्मी कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है, जिसके बाद से रिश्तों में और खटास आ गई है.


इसी बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को भारत के कुछ व्यवसायियों से मुलाकता की. इस डेलीगेशन में जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल भी शामिल थे. हालांकि इस मुलाकात की वजह क्या थी यह तो पता नहीं चल पाया लेकिन इस मुलाकात के बाद पाकिस्तान में चर्चों का दौर शुरू हो गया.



खबरों की माने तो इस मीटिंग के बारे में पाकिस्तान की फॉरेन ऑफिस को कोई जानकारी नहीं है. पाकिस्तान के नफीस जकारिया ने गुरुवार को कहा कि उन्हें इस मीटिंग की कोई जानकारी नहींं है. इस मीटिंग की खबर के बाद पाकिस्तान में अटकलों का दौर शुरू हो गया है. द नेशन के मुताबिक पाकिस्तान में विपक्षी दल तहरीक-ए-इंसाफ ने पंजाब एसेंबली में एक रिजॉल्यूशन दाखिल किया है. इस रिजॉल्यूशन में मांग की गई है कि लोगों को यह बताया जाए कि इस मुलाकात के पीछ की वजह क्या थी.

इस मुलाकात के बाद मामला इतना गरमा गया कि नवाज शरीफ की बेटी को सफाई देनी पड़ी. नवाज शरीफ की बेटी मरयम शरीफ ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''मिस्टर जिंदल प्रधानमंत्री के पुराने दोस्त हैं. इस मुलाकात के पीछे कुछ भी गुप्त नहीं है..धन्यवाद.''


 






 वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी मीडिया में यह भी चर्चा है कि जिदंल, कुलभूषण जाधव के मसले पर भारत से पीएम मोदी का संदेश लेकर नवाज शरीफ से मिलने पहुंचे थे.