भारतीय नौसेना के युद्धपोतों ने चीनी नेवी के साथ मिलकर किया समुद्री-डाकुओं को परास्त
नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने चीनी नेवी के साथ मिलकर अदन की खाड़ी में समुद्री-डाकुओं द्वारा एक कार्गो-जहाज के हाईजैक करने की कोशिश को नाकाम कर दिया. बताया जा रहा है कि पाईरेट्स इस जहाज पर चढ़ गए थे. लेकिन वहां से गुजर रहे भारतीय नौसेना के एयर-ऑपरेशन और चीनी नौसेना के स्पशेल-फोर्स कमांडोज़ ने समुद्री-दस्यु के हौसलों को परास्त कर दिया.
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डी के शर्मा के मुताबिक, आईएनएस मुंबई और तरकश युद्धपोत भूमध्यसागर में तैनाती के लिए जा रहे थे. जब वे अदन की खाड़ी से गुजर रहे थे तभी यूके मेरिटाइम ट्रेड ऑर्गेनाईजेशन (यूकेएमटीओ) से एक एसओएस कॉल मिली की समुद्री-डाकू एक बड़े कार्गो-शिप, ओएस35 के अपहरण की कोशिश कर रहे हैं. उस दौरान अदन की खाड़ी में भारतीय नौसेना के युद्धपोतों के अलावा चीन, पाकिस्तान और इटली के जंगी जहाज भी पैट्रोलिंग कर रहे थे.
ओएस-35 शिप तूवालु नाम के एक देश का है जो कि दक्षिणी-प्रशांत महासागर का एक द्वीप है. ये जहाज मलेशिया से अदन की खाड़ी के एक बंदरगाह जा रहा था. उसी दौरान समुद्री-दस्यु ने उसके अपहरण की कोशिश की. माना जा रहा है कि ये सोमालिया के समुद्री-डकैत थे.
एसओएस कॉल मिलते ही भारतीय नौसेना के जंगी जहाज आईएनएस मुंबई ने अपने हेलीकॉप्टर को तुरंत उस दिशा में भेजा जहां पर तूवालु का जहाज था. इसी बीच चीनी-पीएलए-नेवी के युद्धपोत, यूलीन ने अपने 18 मेरिन कमांडोज़ को भी उसी दिशा में भेज दिया जहां पर जहाज का अपहरण करने की कोशिश की जा रही थी.
बताया जा रहा है कि समुद्री-डाकू कार्गो-शिप के डेक पर चढ़ गए थे और जहाज के क्रू ने अपने को जहाज के किलेनुमा कम्पार्टेमेंट, स्ट्रांग-रुम में बंद कर लिया था (जैसाकि हाईजैक के दौरान क्रू के लिए सिक्योरिटी-प्रोटोकॉल होता है). जहाज के मास्टर-कैप्टन ने उसी स्ट्रांग-रुम से मदद के लिए यूके मेरिटाइम एजेंसी को कॉल किया था. कॉल-साइन मिलते ही भारतीय नौसेना के जहाज, आईएनएस मुंबई के कैप्टन ने कार्गो-शिप के मास्टर से संपर्क किया और बताया कि वे मदद के लिए वहां जल्द ही पहुंच रहे हैं.
कैप्टन डी के शर्मा के मुताबिक, भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर और चीनी नौसैनिकों को करीब आता देख समुद्री-डाकू कार्गो-शिप से भाग खड़े हुए. कैप्टन शर्मा के मुताबिक, कार्गो-शिप के मास्टर ने इस जरूरी मदद के लिए भारतीय नौसेना का धन्यवाद किया है. इस शिप में फिलीपींस के 19 क्रू-मेम्बर थे.
बताते चलें कि पिछले कई सालों से समुद्री डाकुओं का प्रकोप अदन की खाड़ी और हार्न ऑफ अफ्रीका के इलाके में काफी कम हो गया था. लेकिन पिछले कुछ समय से समुद्री-दस्यु फिर से सक्रिय हो गए हैं. पिछले हफ्ते ही समुद्री डाकुओं ने भारत की एक बोट का अपहरण कर लिया था. इस बोट में 11 क्रू-मेम्बर थे और एआईएस-आईडिंटिफेकशन सिस्टम नहीं लगा था. अभी भी तक इस बोट का कोई अता-पता नहीं है.