पणजीः केरल में हाल ही में निपाह वायरस के संक्रमण से 12 साल के एक युवक की मौत हो गई. जिसके बाद से केरल समेत बॉर्डर राज्य तमिलनाडु और कर्नाटक में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. वहीं गोवा स्थित मॉल बायो डायग्नोस्टिक्स द्वारा बनाए गए निपाह वायरस के डायग्नोसिस के लिए एक टेस्ट किट को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया द्वारा आपातकालीन उपयोग के लिए हरी झंडी दी गई है.


ट्रूनेट नाम का यह परीक्षण किट, रियल टाइम पीसीआर प्लेटफॉर्म है जो निपाह वायरस परीक्षण में कारगर है. ट्रूनेट एक स्वदेशी पोर्टेबल, बैटरी से चलने वाला, एनेबल्ड पॉइंट ऑफ़ केयर RT-PCR प्लेटफ़ॉर्म है. इसे भारत में विकसित और निर्मित किया गया है. यह प्लेटफार्म लगभग 30 बीमारियों का परीक्षण कर सकता है और रिजल्ट मात्र घंटे भर के अंदर दे सकता है.


आपको बता दें कि निपाह वायरस जानवरों से मनुष्यों से लगने वाली बीमारी है जिसे समय पर डिटेक्ट न करने से इंसान की जान खतरे में आ सकती है. ऐसे में यह टेस्ट इसके डिटेक्शन में काफी कारगर साबित हो सकता है.


साल 2018 में भी केरल में निपाह के केस सामने आए थे. कर्नाटक सरकार और तमिलनाडु सरकार भी निपाह को लेकर पूरी तरह सतर्क है. सरकार कोई भी रिस्क न लेते हुए, संदिग्धों को तुरंत आइसोलेट किया जा रहा है. तमिलनाडु ने तो केरल की सीम से सटे जिलों में फीवर क्लिनिक सेटअप किए हैं.


सभी राज्यों की सरकार की कोशिश है कि निपाह वायरस को फैलने से रोका जाए. इसके लिए सरकार की ओर से हर संभव कोशिश की जा रही है और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.


Mumbai ATS News: मुंबई एटीएस में 100 से ज्यादा पद खाली, अभी एक भी एसीपी नहीं है एटीएस के पास


Gujarat Cabinet News: भूपेंद्र पटेल कैबिनेट का शपथग्रहण आज, 26 से 27 मंत्री ले सकते हैं शपथ