देश में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार अब धीमी पड़ने लगी है. राज्य सरकारें अब इकॉनोमी को अनलॉक करने की दिशा में धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगी है. मौत के रोजाना आ रहे नए मामले अब भी डरा रहे हैं. उसकी वजह है कि जिस रफ्तार के साथ कोरोना के नए मामलों में कमी आई है, उस हिसाब से मौत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है. इस बीच कोरोना की तीसरी लहर की आशंका ने लोगों के डर को और बढ़ा कर रख दिया है.
आइये बताते हैं कि पिछले दस दिनों के अंदर कोरोना संक्रमण के कब कितने मामले आए और इन दस दिनों में कोरोना से कब कितनी मौत हुई? साथ ही, दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व प्रसिडेंट अनिल बंसल से जानेंगे कि आखिर क्यों मौत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है.
10 दिनों में कब कितने नए केस और मौत
तारीख | नए केस | मौत |
31 मई | 1,27,510 | 2795 |
30 मई | 1,52,734 | 3128 |
29 मई | 1,65,553 | 3460 |
28 मई | 1,73,790 | 3617 |
27 मई | 1,86,364 | 3660 |
26 मई |
2,11,298 |
3847 |
25 मई |
2,08,921 |
4157 |
24 मई | 1,96,427 | 3511 |
23 मई | 2,22,315 | 4454 |
22 मई |
2,40,842 |
3741 |
क्यों नहीं कम हो रहे मौत के आंकड़े?
कोरोना से मौत के आंकड़ों को लेकर डॉक्टर अनिल बंसल बताते हैं कि भारत जैसे देश में जहां पर अब भी कोरोना के नए मामले 1 लाख से ज्यादा यह चिंता की बात है. उन्होंने बताया कि अस्पतालों में बेड की कमी है. जो इलाज कोरोना मरीजों को मिलना चाहिए वो नहीं मिल रहा है. इसके अलावा नए वेरिएंट काफी खतरनाक है. उन्होंने कहा कि इसके लिए देश के हेल्थ सिस्टम को बेहतर करने की आवश्यकता है.
डीएमए के पूर्व प्रसिडेंट ने आगे कहा कि देश में जब चार लाख केस आए थे तब हाहाकार मच गया था. अभी भी जब करीब डेढ लाख केस रोजाना आ रहे हैं, ये काफी ज्यादा केस है. सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए काफी मारामारी है. प्राइवेट अस्पताल में इलाज हर कोई वहन नहीं कर सकता है. यह वजह है कि देश में अभी भी मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा हुआ है.
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