नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को उम्मीद जताई कि देश की अर्थव्यवस्था 2022 तक दोगुनी होकर 5,000 अरब डालर की हो जाएगी, इसमें विनिर्माण तथा कृषि क्षेत्र का योगदान 1,000-1,000 अरब डालर का होगा. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार जनहित में कड़े निर्णय लेती रहेगी.
भारतीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन एवं प्रदर्शनी केंद्र (आईआईसीसी) की आधारशिला रखे जाने के मौके पर सरकार देश के हित में कड़े निर्णय करने से नहीं हिचकेगी. बता दें कि इस कार्यक्रम में हिस्से लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली मेट्रो की सवारी करके पहुंचे. धौला कुआं से द्वारका तक एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो से पीएम मोदी की ये यात्रा 14 मिनट में पूरी हुई.
प्रधानमंत्री ने तीन बैंकों- देना बैंक, विजया बैंक तथा बैंक आफ बड़ौदा के विलय की घोषणा का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘‘आखिर सार्वजनिक क्षेत्र के दर्जनों बैंक की क्या जरूरत है. हम पिछले कई साल से यह बहस सुनते आ रहे हैं लेकिन किसी ने भी इस दिशा में कदम नहीं उठाया. हमने कुछ बैंकों को एसबीआई के साथ मिलाया और अब सार्वजनिक क्षेत्र के तीन और बैंकों के विलय का फैसला किया है.’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ''भारतीय अर्थव्यवस्था 8 प्रतिशत से अधिक दर से वृद्धि कर रही है. सूचना प्रौद्योगिकी तथा खुदरा क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं. देश का वृहत आर्थिक आधार मजबूत है.''
‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ''80 प्रतिशत मोबाइल फोन अब देश में बनने लगे हैं. इससे विदेशी मुद्रा खर्च में तीन लाख करोड़ रुपये की बचत करने में मदद मिली है. इससे पिछले चार साल में 4-5 लाख युवाओं को रोजगार भी मिला है.''