Indian Embassy: भारत ने यूक्रेन की राजधानी कीव में अपने दूतावास का कामकाज फिर से शुरु करने का फैसला लिया है. भारतीय दूतावास 17 मार्च से काम करने लगेगा. रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते भारतीय दूतावास की सेवाओं को पोलैंड की राजधानी वारसॉ से संचालित किया जा रहा था. भारत ने 28 फरवरी को अपने दूतावास को पहले कीव से लवीव स्थानांतरित किया था. वहीं 13 मार्च 2022 यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास के स्टाफ को पोलैंड से संचालित करने के निर्देश दे दिए गए थे. 


विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को आधिकारिक जानकारी साझा करते हुए कहा कि यूक्रेन में भारत का दूतावास 17 मई से कीव में अपना कामकाज फिर से शुरु कर देगा. युद्ध संकट के बीच अपने दूतावास को यूक्रेन से बाहर ले जाने वाला भारत अकेला देश नहीं था. अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों ने और भी पहले अपने दूतावास स्थानांतरित कर दिए थे. हालांकि बीते दिनों ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन और अमेरिकी रक्षा और विदेश मंत्रियों समेत अनेक नेताओं को कीव दौरे के बाद पश्चिमी देशों ने अपने दूतावास का कामकाज कीव में बहाल करने का निर्णय लिया.


भारतीय दूतावास के नजदीक टीवी टावर को बनाया था निशाना
महत्वपूर्ण है कि कीव में एक मार्च को जिस टीवी टावर को मिसाइल हमले में निशाना बनाया गया था वो भारतीय दूतावास बिल्डिंग से काफी नजदीक स्थित है.  राहत की बात थी कि इससे पहले ही भारतीय दूतावास अपना कामकाज कीव से बाहर स्थानांतरित कर चुका था. वहीं सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा आकलन की निर्धारित प्रक्रिया के बाद ही दूतावास को कीव में फिर से खोलने का निर्णय लिया गया है. 


टोक्यो में होनी है पीएम मोदी और जो बाइडेन की मुलाकात
दूतावास को कीव में बनाए रखने का सीधा संदेश यूक्रेन के प्रति विश्वास और समर्थन जताना भी है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास का कामकाज शुरु करने का फैसला  जापान की राजधानी टोक्यो में होने वाली क्वाड देशों की बैठक से पहले आए भारत सरकार के इस फैसले को संदेश देने की कवायद के तौर पर भी देखा जा रहा है. टोक्यो में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात भी होनी है. ध्यान रहे की क्वाड देश यूक्रेन पर खुलकर रूस के खिलाफ है. वहीं भारत इस बात का समर्थक है कि पाबंदियों की बजाय कूटनीति के जरिए समाधान निकाला जाना चाहिए.  


रूस यूक्रेन संकट खत्म हो प्रतिशोधः भारत
युद्ध के हालात में सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर अपने राजनयिकों और स्टाफ को पहले कीव और फिर यूक्रेन से ही बाहर पहंचाया था. यूक्रेन में भले ही भारतीय दूतावास का कामकाज स्थानांतरित करने की नौबत आई. वहीं रूस की राजधानी मॉस्को में भारतीय दूतावास लगातार काम करता रहा है. रूस-यूक्रेन संकट के मुद्दे पर भारत यह लगातार कह रहा है कि यूक्रेन में हिंसा और प्रतिशोध का सिलसिला खत्म होना चाहिए. साथ ही टकराव को बंद कर शांतिपूर्ण बातचीत व कूटनीति के जरिए रास्ता निकालने का प्रयास किया जाना चाहिए. 


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