नई दिल्लीः किसान आंदोलन के चौथे दिन एक बार फिर से दिल्ली के पंजाब और हरियाणा के सटे हुए बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. किसानों का कहना है कि वह तब तक नहीं हटेंगे जब तक उनकी मांगे मान नहीं ली जाती. रही बात केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बातचीत का न्योता देने की तो बातचीत तभी होगी जब वह खुद या उनके प्रतिनिधि सड़क पर आकर किसानों से बातचीत करेंगे.
फिलहाल सिंधु बॉर्डर से नहीं हटेंगे किसान
दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों का कहना है कि फिलहाल वह यहां से नहीं हटने वाले. किसानों के मुताबिक वो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर विश्वास कर यहां से तब तक नहीं हटेंगे जब तक खुद कोई सरकारी प्रतिनिधि आकर उनसे उनकी मांगों को लेकर बातचीत नहीं करता और केंद्र सरकार द्वारा पास किए कृषि कानून को वापस नहीं लेता.
गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर आज होगी चर्चा
सिंधु बॉर्डर पर मौजूद किसानों का कहना है कि वह केंद्र सरकार की बात पर इस वजह से भरोसा करके यहां से नहीं हटना चाहते क्योंकि उनको पता है कि अगर वह यहां से हट गया तो अभी जो दिक्कत है सरकार के सामने खड़ी हुई है वह खत्म हो जाएंगी. कुछ किसानों का यह भी कहना है कि वह अन्ना हजारे के इस तरह के एक मैदान में बैठकर आंदोलन नहीं करना चाहते हैं क्योंकि वहां पर बैठ गए तो सरकार उनको चारों तरफ से घेर लेगी और उनकी मांगे हैं वह पीछे छूट जाएंगी.
फिलहाल किसान संगठन आज दिन भर में अलग-अलग बैठक कर गृह मंत्री अमित शाह के बयान के बाद अब आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे. उस बैठक के आधार पर ये तय होगा कि क्या दिल्ली से सटी सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान वहां से हटेंगे या नहीं.