पाकिस्‍तान की राजधानी इस्‍लामाबाद में मुस्लिम देशों के संगठन (OIC) के विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत के खिलाफ जहर उगला गया. OIC ने कश्‍मीर में आत्‍मनिर्णय के अधिकार को देने और भारतीय मुस्लिमों के साथ कथित भेदभाव को रोकने की मांग की. ओआईसी ने अपने प्रस्‍ताव में ये भी कहा कि हम भारत में मुस्लिमों के साथ कथित भेदभाव और असहिष्‍णुता की नीति की निंदा करते हैं. OIC के इस बयान पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है और उसके बयान की तीखी आलोचना की.


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बयान जारी कर कहा कि बैठक में बयानों और प्रस्तावों ने OIC की एक संस्था के रूप में अप्रासंगिकता और इसके जोड़तोड़ के रूप में पाकिस्तान की भूमिका दोनों को प्रदर्शित किया. भारत का हवाला दिया गया है जो झूठ और गलत बयानी पर आधारित है.






उन्होंने आगे कहा कि अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार पर टिप्पणी करने वाली इस संस्था की बेरुखी, वह भी पाकिस्तान जैसे मानवाधिकारों के उल्लंघन करने वाले देश के कहने पर स्पष्ट है. इस तरह से खुद को जोड़ने वाले राष्ट्रों और सरकारों को उनकी प्रतिष्ठा पर पड़ने वाले प्रभाव का एहसास होना चाहिए.


इससे पहले भारत ने जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर चीन के विदेश मंत्री के बयान पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बयान जारी कर कहा कि हम उद्घाटन समारोह (इस्लामिक सहयोग संगठन के) में अपने भाषण के दौरान चीनी विदेश मंत्री वांग यी द्वारा भारत के लिए अनावश्यक संदर्भ को अस्वीकार करते हैं.


विदेश मंत्रालय ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर से जुड़ा मुद्दा पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला है और चीन समेत अन्य देशों को इस पर बयान देकर हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है.


बता दें कि OIC के उद्घाटन समारोह में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर हमने फिर से कई इस्लामिक दोस्तों की पुकार को सुना. चीन भी वैसी ही आकांक्षा रखता है.


ये भी पढ़ें- Yogi Adityanath Oath Ceremony: योगी आदित्यनाथ चुने गए बीजेपी विधायक दल के नेता, कल लेंगे सीएम पद की शपथ


उत्तर कोरिया के जवाब में दक्षिण कोरिया ने दागीं जमीन-समुद्र-हवा से मिसाइलें