राफेल मिलते ही गिरिराज सिंह बोले- अब पाकिस्तान पर निर्भर पहला गोला कब खाएगा
भारत और फ्रांस के बीच 36 राफेल विमानों का सौदा हुआ है. साल 2022 तक सभी राफेल विमान भारत को मिल जाएंगे. आज रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पहला राफेल विमान रिसीव किया. उन्होंने कहा कि यह एक एतिहासक दिन है.
नई दिल्ली: देशभर में आज विजयदशमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज फ्रांस के शहर बोर्दो के मेरिनैक हवाई अड्डे पहला राफेल विमान रिसीव किया. इसके साथ ही रक्षामंत्री ने राफेल में उड़ान भी भरी. उड़ान भरने से पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल विमान की शस्त्र पूजा भी की. राफेल विमान के बहाने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पाकिस्तान पर निशाना साधा है.
उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान को तय करना है कि पहला गोला कब खाना है.गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया, ''आज राफेल पर ॐ लिखाने के साथ ही वह भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो गया, अब पाकिस्तान पर निर्भर करता है कि वह इससे पहला गोला कब खाएगा?''
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राफेल पर लिखा ऊं, नारियल भी चढ़ाया बता दें कि राफेल में उड़ान भरने से पहले राजनाथ सिंह ने राफेल विमान पर सबसे पहले ऊं लिखा, फूल चढाए और नारियल अर्पित किया. इसके बाद उन्होंने राफेल को रक्षा सूत्र भी बांधा. राफेल के पहियों के नीचे नींबू भी रखे गए थे. आपको बता दें कि भारतीय परंपरा में शस्त्र पूजा का बहुत महत्व है. राफेल की गिनती दुनिया के सबसे ताकतवर हथियारों में की जाती है.
राफेल की खूबियां जानिए... साल 2016 में भारत और फ्रांस के बीच 36 राफेल विमान का सौदा हुआ था. 2022 तक सभी विमान भारत को मिल जाएंगे. सितंबर 2019 तक इसके वायुसेना के जंगी बेड़े में शामिल होने की उम्मीद है. राफेल के भारतीय वायुसेना में शामिल होने के बाद ही इसकी ताकत बढ़ जाएगी. ये दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए काफी है. दुश्मन के सीमा में घुसकर राफेल विमान वार कर सकता है. राफेल की गिनती दुनिया के सबसे ताकतवर हथियारों में की जाती है. ये हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल माइका से भी लैस है. इसके साथ ही इसमें क्रूज मिसाइल भी लगे हुए हैं.
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इसके अलावा राफेल में 1.3 एमएम की गन लगी है जो एक मिनट में 125 राउंड गोलियां फायर कर सकती हैं. राफेल विमान ऊंचे इलाकों में लड़ने में माहिर है. इसके पास एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जाने की क्षमता है. इसे भारतीय जलवायु के हिसाब से बनाया गया है. राफेल विमान पर मौजूदा वायुसेना प्रमुख राकेश भदौरिया का नाम (RB 001) लिखा हुआ है. राफेल डील में राकेश भदौरिया ने अहम भूमिका निभाई थी. जब भारत और फ्रांस के बीच करार हुआ था, उस समय जो कॉस्ट नेगोशिएशन कमेटी बनी थी उसके चेयरमैन राकेश भदौरिया थे. इसमें भारतीय वायुसेना, भारत का रक्षा मंत्रालय और फ्रांस के रक्षा मंत्रालय के अधिकारी थे. राफेल बनाने वाली कंपनी ने सम्मान दिया है.
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