Qatar: कतर में क्यों जब्त की गईं गुरु ग्रंथ साहिब की प्रतियां? एक्शन में आई मोदी सरकार, उठाया ये बड़ा कदम
Guru Granth Sahib: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि कतर के अधिकारियों ने पवित्र पुस्तक का एक स्वरूप लौटा दिया है.
Guru Granth Sahib: भारत सरकार ने शुक्रवार (23 अगस्त) को कहा कि उसने गुरु ग्रंथ साहिब की प्रतियां जब्त किए जाने का मुद्दा कतर के समक्ष उठाया है. इसके साथ ही कहा गया कि इस मामले को उच्च प्राथमिकता दी जा रही है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हमने कतर के अधिकारियों की ओर से जब्त किए गए गुरु ग्रंथ साहिब और सिख समुदाय के उन्हें वापस करने की मांग के बारे में खबरें देखी हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि सरकार ने कतर के सामने पहले ही इस मामले को उठाया है. साथ ही दोहा स्थित भारतीय दूतावास ने वहां सिख समुदाय को घटनाक्रम से अवगत कराया है. इस मुद्दे पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए जायसवाल ने कहा, ‘‘कतर के अधिकारियों ने दो व्यक्तियों/समूहों से गुरु ग्रंथ साहिब के दो स्वरूप जब्त किए थे, जिन पर कतर सरकार की मंजूरी के बिना धार्मिक प्रतिष्ठान चलाने का आरोप लगाया गया था."
'पवित्र ग्रंथ के दूसरे स्वरूप को सम्मान के साथ गुरुद्वारे में रखा जाएगा'
रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘‘हमारे दूतावास ने स्थानीय कानूनों और नियमों के दायरे में हरसंभव सहायता प्रदान की है. पवित्र ग्रंथ के एक स्वरूप को कतर के अधिकारियों ने वापस कर दिया और यह आश्वासन दिया गया कि दूसरे स्वरूप को भी सम्मान के साथ रखा जाएगा. हालांकि, हम मामले का जल्द से जल्द समाधान होने की आशा करते हैं."
We thank @MEAIndia and @DrSJaishankar for their prompt efforts in bringing back one holy Saroop of Guru Granth Sahib from the confiscation of the Qatari authorities and look forward for the return of another Saroop at the earliest with its transportation to the nearby Gurdwara… https://t.co/IHtSLtPn9G
— Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee (@SGPCAmritsar) August 23, 2024
जानिए क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि कतर के अधिकारियों ने दो व्यक्तियों/समूहों से गुरु ग्रंथ साहिब के दो स्वरूप को जब्त कर लिया था, जिन पर कतर सरकार की मंजूरी के बिना धार्मिक प्रतिष्ठान चलाने का आरोप था. भारतीय दूतावास ने स्थानीय कानूनों और नियमों के दायरे में हर संभव सहायता प्रदान की.
'उम्मीद है कि जल्द से जल्द दूसरे स्वरूप की होगी वापसी'
इस दौरान शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट शेयर किया. जिसमें कमेटी ने कहा हम भारतीय विदेश मंत्रालय और विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर को कतर अधिकारियों के जब्त किए गए गुरु ग्रंथ साहिब के एक पवित्र स्वरूप को वापस लाने के लिए उनके त्वरित प्रयासों के लिए धन्यवाद देते हैं. इसके साथ ही हम ये भी उम्मीद करते हैं कि जल्द से जल्द दूसरे स्वरूप की वापसी होगी. साथ ही उसे उचित सम्मान के साथ पास के गुरुद्वारा साहिब में पहुंचाया जाएगा."
हरसिमरत कौर बादल ने पत्र लिख वापस लाने की मांग की
इससे पहले पूर्व केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री और बठिंडा से वर्तमान सांसद हरसिमरत कौर बादल ने शुक्रवार (23 अगस्त) को कहा कि उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर कतर में पुलिस हिरासत से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दो स्वरूपों की रिहाई का मुद्दा उठाने का अनुरोध किया था.