मालदीव संकट: भारतीय पत्रकार गिरफ्तार, सरकार ने कहा- हम संपर्क में हैं
शुक्रवार को मालदीव के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत भारतीय पत्रकार समेत दो पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है.
नई दिल्ली: राजनीतिक संकट और इमरजेंसी के बीच मालदीव में भारतीय मूल के 2 पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पंजाब के मोनी शर्मा और लंदन के आतिश रावजी पटेल न्यूज एजेंसी एएफपी के पत्रकार हैं. मोनी शर्मा को राष्ट्रीय सुरक्षा में दखल देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
मालदीव संकट में गिरफ्तार किये गये भारतीय पत्रकार मनी शर्मा के मामले पर विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है. बयान में कहा है कि, ‘मालदीव में पत्रकार के तौर पर काम कर रहे भारतीय नागरिक मनी शर्मा के मालदीव अधिकारियों द्वारा हिरासत में लिये जाने की जानकारी हमें मिली है. हमने अपने दूतावास को स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में रहने के लिए कहा है ताकि मामले के अधिक विवरण का पता लगा सके.' गौरतलब है कि शुक्रवार को मालदीव के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत भारतीय पत्रकार समेत दो पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है.
भारत का पड़ोसी देश मालदीव राजनीतिक संकट के दौर से गुजर रहा है. दरअसल मालदीव सुप्रीम कोर्ट ने विपक्ष के 9 नेताओं को रिहा करने का आदेश दिया था. राष्ट्रपति यामीन की सरकार ने इस आदेश को मानने से इनकार कर दिया. राष्ट्रपति ने मालदीव में आपातकाल का ऐलान कर दिया. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस अब्दुल्ला सईद और एक अन्य जज अली हमीद को गिरफ्तार कर लिया गया. बाद में सरकार के दबाव में आकर सुप्रीम कोर्ट को अपना फैसला बदलना पड़ा था.
भारत और चीन, दोनों के ही लिहाज से मालदीव संकट काफी अहम है. दोनों देश बारीकी से इस घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फोन पर बातचीत के दौरान मालदीव के राजनीतिक हालात पर चिंता जताई. वाइट हाउस ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच अफगानिस्तान की स्थिति और हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने पर भी चर्चा हुई.