India Maritime Trade: केंद्रीय मंत्री सोनोवाल को उम्मीद- वैश्विक समुद्री व्यापार रैंकिंग में शीर्ष 10 में शुमार हो सकता है भारत
भारत अभी समुद्री व्यापार के क्षेत्र में 18वें स्थान पर है. केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है भारत 10वें स्थान पर बहुत जल्द आएगा.
India Maritime Trade: केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शुक्रवार को कहा कि भारत समुद्री व्यापार के आधुनिकीकरण और क्षमता निर्माण के लिए सरकार की ओर से उठाए गए विशाल कदमों के साथ इस क्षेत्र की वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष 10 देशों में शुमार हो सकता है.
पोत, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सोनोवाल ने कहा कि केंद्र सरकार 2070 तक शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सतत तरीके से विकास कर रही है. उन्होंने मर्चेंट्स चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की 121वीं वार्षिक आम सभा में कहा, ‘‘व्यापक आधुनिकीकरण और विकास के साथ हम समुद्री व्यापार में शीर्ष 10 देशों में शुमार हो सकते हैं." बहरहाल, उन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए कोई समयसीमा नहीं बताई है.
भारत 18वें स्थान पर
खबरों के अनुसार, भारत अभी समुद्री व्यापार के क्षेत्र में 18वें स्थान पर है. भारत के समुद्री व्यापार का एक प्रमुख केंद्र होने के कई कारण हैं. भारत तीन तरफ से पानी से घिरा हुआ है. पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर और दक्षिण में हिंद महासागर है. भारत की 7,517 किलोमीटर की तटरेखा है.
'परियोजनाएं दे रहीं नतीजे'
सोनोवाल ने कहा कि सागरमाला और पीएम गति शक्ति जैसी परियोजनाएं परिणाम दे रही हैं. अगले कुछ वर्षों में सभी कार्यक्रमों को शुरू करने के बाद एक बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि 2014 में, पोर्टों में हमारी कार्गो हैंडलिंग क्षमता 800 मिलियन टन थी और 2022 में यह 1,600 मिलियन टन है.
सोनोवाल, जिनके पास आयुष मंत्रालय का पोर्टफोलियो भी है, ने कहा कि आयुष का बाजार केंद्र के समर्थन से पिछले आठ वर्षों में 1.6 लाख करोड़ रुपये हो गया है. आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी में शिक्षा और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित किया है.
भारत में 12 प्रमुख समुद्रीय पोर्ट
भारत में 12 प्रमुख और 200 से अधिक गैर-प्रमुख पोर्ट हैं. एक प्रमुख बंदरगाह वह है जो केंद्र सरकार के स्वामित्व, प्रबंधन और नियंत्रण में है और इसका कार्गो वॉल्यूम, कनेक्टिविटी या पोर्ट सुविधाओं से कोई लेना-देना नहीं है. गुजरात में निजी स्वामित्व और संचालित मुंद्रा पोर्ट एक गैर-प्रमुख पोर्ट के रूप में गिना जाता है. यह इस समय भारत का सबसे व्यस्त पोर्ट है.
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