नई दिल्ली: पूर्व क्रिकेटर इमरान का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का मुखिया बनना अब तय है. पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने अभी तक किसी की जीत का एलान नहीं किया है लेकिन इमरान खान ने आज अपनी नीतियों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इमरान खान ने कहा कि मैं पीएम हाउस में नहीं रहूंगा और गवर्नर हाउस को होटल बना दूंगा. इसके साथ ही भारत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की मीडिया ने मुझे विलेन की तरह पेश किया. भारत और पाकिस्तान के बीच मुद्दों का हल सिर्फ बातचीत से ही निकल सकता है. यहां पढ़ें इमरान खान के भाषण की पांच सबसे अहम बातें


भारत की मीडिया ने विलेन की तरह पेश किया
मुझे अफसोस हुआ कि हिंदुस्तान के मीडिया ने मुझे ऐसे दिखाया जैसे मैं किसी बॉलीवुड फिल्म का विलेन हूं. ऐसा लग रहा था कि अगर इमरान खान ताकत में आ गया जो तो वो हर चीज होगी जो भारत के लिए बुरी है. मैं वह पाकिस्तानी हूं जो पूरे हिंदुस्तान में घूमा हूं, क्रिकेट की वजह से. मुझे लगता है कि पाकिस्तान-हिंदुस्तान के रिश्ते बेहतर होते हैं तो पूरे एशिया के लिए अच्छा होगा.''


पीएम हाउस में नहीं रहूंगा, गवर्नर हाउस को होटल बना दूंगा
इमरान खान ने कहा, ''मैं आज आपसे वादा करता हूं कि जनता के टैक्स के पैसे की हिफाजत करूंगा, हम अपने सारे खर्चे कम करेंगे. मुझे शर्म आएगी कि जिस मुल्क की इतनी बड़ी आबादी गरीबी में रहती हो वहां का प्रधानमंत्री इतने आलीशान महल में रहे. हमारी सरकार फैसला करेगी कि पीएम हाउस का इस्तेमाल कैसे करेंगे. इसे हम शिक्षण संस्थान की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं. हम सारे गवर्नर हाउस को पब्लिक के इस्तेमाल के लिए खोलेंगे. गवर्नर हाउस को होटल बना देंगे जिससे जो पैसा आए उसे तरक्की में लगाया जाए.''


चीन की तरफ झुकाव दिखाया
चीन तारीफ करते हुए इमरान खान ने कहा, ''हम चाहते हैं कि सभी पड़ोसियों से हमारे रिश्ते अच्छे हों. जिससे हम अपने देश के विकास पर ध्यान दे सकें. हम अपने पड़ोसी चीन के साथ संबंध और अच्छे करेंगे. चीन ने जो पाकिस्तान में सी पैक प्रोजेक्ट शुरू किया है उससे हमें मौका मिलता है कि हम पाकिस्तान में निवेश लेकर आएं. हम चीन से ये भी सीख सकते हैं कि गरीबी से कैसे निकला जाए, इसके लिए हम एक चीम भी भेजेंगे.''


कश्मीर पर क्या बोले इमरान खान?
इमरान खान ने कहा, ''मैं वह पाकिस्तानी हूं जो पूरे हिंदुस्तान में घूमा हूं, क्रिकेट की वजह से. मुझे लगता है कि पाकिस्तान-हिंदुस्तान के रिश्ते बेहतर होते हैं तो पूरे एशिया के लिए अच्छा होगा. हम चाहते हैं कि दोनों मुल्कों में तिजारत (व्यापार) शुरू हो. जितना ज्यादा हम व्यापार करेंगे हमें फायदा होगा. हमारे जो भी मुद्दे हैं उनमें सबसे अहम कश्मीर का मुद्दा है. कश्मीर में जो हालात हैं और वहां के लोगों के पिछले 30 साल से मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है. अगर आप शहरी इलाकों में फौज लेकर जाते हैं तो यह मानवाधिकारों का उल्लंघन है. कश्मीरी लोगों ने इस वजह से बहुत कष्ट उठाया है. हमें कोशिश करनी चाहिए कि ऐसे मुद्दों को बातचीत से हल करें. आप एक कदम हमारपी तरफ आएंगे तो हम दो कदम आगे आएंगे.''


मैं और मेरे मंत्री हमेशा जांच के दायरे में
इमरान खान ने कहा, ''हम किसी के खिलाफ बदले की भावना से काम नहीं करेंगे, हम कानून का राज स्थापित करेंगे. अगर हामार कोई आदमी गलत काम करेगा तो उसे भी कानून पकड़ेगा. जो इस मुल्क के कानून के खिलाफ जाएगा उसे हम पकड़ेंगे. हम संस्थानों को इतना मजबूत बना देंगे कि वो भ्रष्टाचार पर नजर रखेंगे. सबसे पहली जवाबदेही मुझेसे शुरू होगी, फिर मेरे मंत्रियों से, इसके बाद किसी को देखेंगे. अबी तक सिर्फ विपक्ष के लोगों की जवाबदेही होती थी, लेकिन हम आपको मिशाल पेशकर दिखाएंगे.''