नई दिल्ली: कोविड-19 के दौरान देश भर में डॉक्टरों पर हो रहे हमलों को देखते हुए मेडिकल टीम ने इसके विरोध में 22 अप्रैल को प्रदर्शन करने का फैसला किया है. जिसे 'व्हाइट अलर्ट' नाम दिया गया है. इसमें 22 अप्रैल को रात 9 बजे डॉक्टर हाथ में कैंडल लेकर विरोध करेंगे. इनकी मांग है की डॉक्टर की सुरक्षा के लिए सेंट्रल एक्ट जल्द लाया जाए और उसे लागू किया जाए.


अगर इनकी बात प्रशासन नहीं सुनता है तो ये लोग  23 अप्रैल को ब्लैक डे मनाएंगे. जिसमें देश के सभी डॉक्टर हाथों में काली पटी बांध कर काम करेंगे. इस बारे में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने अपनी एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर और संस्थाओं को चिट्ठी भी लिखी है.



खास बात ये है की डॉक्टर इस दौरान अपना काम जारी रखेंगे क्योंकि देश में कोरोना का प्रकोप है. पिछले साल भी मेडिकल हेल्थ केयर और डॉक्टरों के साथ मारपीट के खिलाफ कानून लाने के लिए काफी विरोध प्रदर्शन और धरने हुए थे.



कोरोना का कहर है जारी


बता दें कि दुनियाभर में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 2,481,026 पहुंच गई है. अबतक इस जानलेवा महामारी से 170,423 लोगों की मौत हुई है. वेबसाइट वल्डोमीटर के मुताबिक अमेरिका में 792,759, स्पेन में 200,210, इटली में 181,228, फ्रांस में 155,383 मामले सामने आए हैं. अमेरिका में 42,514, स्पेन में 20,852, इटली में 24,114, फ्रांस में 20,265 और चीन में 4,632 लोगों की मौत हुई है.


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