पूर्व आईपीएस अधिकारी जूलियो रिबेरो (Julio Ribeiro) ने कहा है कि वह इस बात लेकर चिंतित हैं कि भारत में अल्पसंख्यकों को आने वाले समय में पाकिस्तान जैसे हालातों का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि जिस तरह के हालात आज पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई झेल रहे हैं. आने वाले समय में भारत में भी अल्पसंख्यकों को ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, जिसे लेकर वह चिंतिंत हैं.
जूलियो रिबेरो ने आरोप लगाया कि सरकार भारत को भगवा पाकिस्तान बनाना चाहती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिसमस पर ईसाई धर्म के लोगों से दिल्ली में अपने आवास पर मुलाकात की थी. इस दौरान, पीएम मोदी ने ईसाईयों के साथ अपने रिश्तों को लेकर बात की और पुरानी यादों का भी जिक्र किया. इसे लेकर जूलियो ने आरोप लगाया कि इस तरह पीएम मोदी केरल की ईसाई जनता को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं.
ईसाई वोट पाने का लगाया आरोप
उन्होंने कहा, 'उनके कई दोस्त जो कि ईसाई नहीं हैं उनको लगता है कि वोट के लिए पीएम मोदी ने यह मुलाकात की. सच है कि इससे उन्हें वोट तो जरूर मिलेंगे, लेकिन उम्मीद है कि उनका यह क्रिसमस संदेश हृदय परिवर्तन है. अगर ऐसा है तो यह अच्छी बात है. हालांकि, मुझे इस पर शक है क्योंकि पूरा मामला भगवा पाकिस्तान बनाने का है. पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई डर में जी रहे हैं क्योंकि वे वहां अल्पसंख्यक हैं. भारत के अल्पसंख्यकों के लिए भी देश में ऐसे हालात हो सकते हैं.'
पुलिस पर सरकार के कंट्रोल का भी आरोप लगाया
जूलियो रिबेरो ने यह भी आरोप लगाया, 'देश में पुलिस को राजनीतिक नेतृत्व कंट्रोल करते हैं. मुंबई में पूर्व पुलिस कमिश्नर ने कहा कि वह आज के समय में काम नहीं कर सकते हैं. पुलिस का नियंत्रण पूरी तरह से सरकार के पास है. जो इस तरह काम करता है और विरोध नहीं करता वही ऊपर पहुंचता है. यही सब हो रहा है और यह बहुत दुर्भाग्य की बात है.' रिबेरो ने आगे कहा कि पुलिस के हाथों में और पावर दी जानी चाहिए, लेकिन कोई इसके पक्ष में नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि यह हर पुलिस अधिकारी की ड्यूटी है कि उन्हें हर जरूरतमंद की चाहे वह गरीब हो या कोई भी हो उसकी मदद के लिए हर प्रयास करना चाहिए.
यह भी पढ़ें:-
Swami Prasad Maurya: स्वामी प्रसाद मौर्य पर क्या बोली कांग्रेस, अखिलेश की चुप्पी के बाद डिंपल यादव ने दी ये नसीहत