Indian Navy Chief Tour: श्रीलंका देश में चीन के बढ़ते दबदबे के बीच मंगलवार (13 दिसंबर) से नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरिकुमार चार दिवसीय यात्रा पर श्रीलंका जा रहे हैं (13-16 दिसम्बर). इस दौरान वे श्रीलंका के सैन्य कमांडरों से मुलाकात के साथ-साथ राजनीतिक-नेतृत्व से भी बातचीत करेंगे. इसी साल अगस्त के महीने में चीन के स्पाई-शिप के श्रीलंका के हम्बनटोटा बंदरगाह पहुंचने के कारण काफी बवाल मचा था.
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता, कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक, एडमिरल हरिकुमार को श्रीलंका ने त्रिंकोमाली स्थित नेवल एंड मेरीटाइम एकेडमी की कमीशनिंग परेड में मुख्य-अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है. 15 दिसम्बर को एडमिरल हरिकुमार श्रीलंकाई नौसेना की कमीशिंग परेड के रिव्यू ऑफिसर भी होंगे.
श्रीलंका के दूसरे सैन्य संस्थानों का भी दौरा करेंगे
अपनी यात्रा के दौरान भारतीय नौसेना प्रमुख आर हरिकुमार श्रीलंका के दूसरे सैन्य संस्थानों का भी दौरा करेंगे और द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की समीक्षा करेंगे. राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता से गुजर रहे पड़ोसी देश श्रीलंका को भारतीय नौसेना काफी मदद करती है. नौसेना ने श्रीलंका को ऑफशोर पैट्रोल वैसल (OPV) से लेकर डोर्नियर विमान तक दे रखे हैं. श्रीलंकाई नौसेना के अधिकारियों को इंडियन नेवी ट्रेनिंग तक देती है. लेकिन पिछले कुछ समय से चीन भी श्रीलंका में पांव पसारने की लगातार कोशिश कर रहा है. हम्बनटोटा बंदरगाह का निर्माण हो या फिर कोलंबो पोर्ट के करीब इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण चीन जबरदस्त तरीके से श्रीलंका में निवेश कर रहा है.
चीन के स्पाई-शिप को लेकर विवाद
इसी साल अगस्त के महीने में चीन के स्पाई-शिप, युआन-5 के हम्बनटोटा बंदरगाह पहुंचने के कारण दोनों देशों (भारत और श्रीलंका) के संबंध काफी नाजुक मोड़ पर पहुंच गए हैं, क्योंकि चीन का स्पाई-शिप ऐसे समय में हम्बनटोटा पहुंचा था जब बंगाल की खाड़ी में भारत कई अहम और सामरिक महत्व के मिसाइल परीक्षण करने जा रहा था. पिछले हफ्ते भी चीन का यही स्पाई-शिप एक बार फिर से इंडोनेशिया के करीब हिंद महासागर में दाखिल हुआ था. ऐसे में नौसेना प्रमुख की श्रीलंका यात्रा काफी अहम हो जाती है.
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