(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Navy Day 2022: नेवी चीफ के साथ CDS अनिल चौहान ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
PM Modi on Navy Day: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नौसेना दिवस पर इंडियन नेवी को बधाई दी. पीएम मोदी ने लिखा कि सभी नौसैनिकों और उनके परिवारों को नौसेना दिवस पर शुभकामनाएं.
Indian Navy: हर साल 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस (Indian Navy Day) मनाया जाता है. इस खास दिन को सेलिब्रेट करने के लिए इंडियन नेवी कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करती है. इस मौके पर सुबह-सुबह ही नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. नेवी चीफ के साथ सीडीएस जनरल अनिल चौहान, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और वाइस आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू भी मौजूद रहे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नौसेना दिवस पर इंडियन नेवी को बधाई दी. पीएम मोदी ने लिखा, ''सभी नौसैनिकों और उनके परिवारों को नौसेना दिवस पर शुभकामनाएं. भारत में हमें आपके समृद्ध समुद्री इतिहास पर गर्व है. भारतीय नौसेना ने दृढ़तापूर्वक हमारे राष्ट्र की रक्षा की है और कठिन समय में भी अपनी मानवीय भावना से अपनी एक अलग पहचान बनाई है.''
रक्षा मंत्री ने भी दी शुभकामनाएं
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मौके पर सभी नौसैनिकों को शुभकामनाएं दीं. रक्षामंत्री ने कहा कि भारतीय नौसेना त्रुटिहीन समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करके हमारे देश को सुरक्षित रखने में सबसे आगे है. राष्ट्र को भारतीय नौसेना के शौर्य, साहस, प्रतिबद्धता और व्यावसायिकता पर गर्व है.
नेवी डे मनाने का प्रमुख कारण
नेवी डे का इतिहास भी पाकिस्तान से जुड़ा है. 1971 में पाकिस्तान से हुए युद्ध में इंडियन नेवी की बहादुरी को सलाम करने के लिए यह दिन मनाया जाता है. 1971 के युद्ध में नौसेना ने पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर तबाही मचाई थी. इंडियन नेवी के हमले में पाक नौसेना की कमर टूट गई थी. कराची बंदरगाह तीन दिन तक दहकता रहा था. इस शौर्यगाथा की याद में ही नेवी डे मनाया जाता है.
'2047 तक आत्मनिर्भर नौसेना बन जाएंगे'
नौसेना प्रमुख ने कहा, "हाल की वैश्विक घटनाएं इस बात को रेखांकित करती हैं कि हम अपनी सुरक्षा आवश्यकताओं के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रह सकते हैं, सरकार ने हमें 'आत्मनिर्भर भारत' पर बहुत स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए हैं और शीर्ष नेतृत्व के लिए नौसेना की प्रतिबद्धताओं में से एक यह है कि हम 2047 तक आत्मनिर्भर नौसेना बन जाएंगे."