नई दिल्ली: अदन की खाड़ी में भारतीय नौसेना ने लाईबेरिया के एक जहाज को हाईजैक करने की कोशिश कर रहे समुद्री लुटेरों के मंसूबों को नाकाम कर दिया. एंटी पायरेसी पैट्रोल के लिए अदन की खाड़ी में तैनात किए गए भारतीय नौसेना के युद्धपोत, आईएनएस शारदा ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.



नौसेना के प्रवक्ता, कैप्टन डी के शर्मा के मुताबिक, मंगलवार यानि 16 मई को एंटी पायरेसी के लिए अदन की खा़डी में गश्त लगा रहे आईअनएस शारदा को लाईबेरिया के वाणिज्यिक जहाज, 'एमवी माउंटबेटन' ने मदद की गुहार लगाई. मदद के लिए शारदा जहाज पर तैनात मारकोस कमांडोज़ और एक हेलीकॉप्टर को वहां भेजा गया. पता चला कि करीब आधा दर्जन बोट लाईबेरिया के जहाज को घेरने की तैयारी कर रही हैं.



मेरिन कमांडोज़ और हेलीकॉप्टर को देखकर समुद्री लुटेरे भागने लगे लेकिन कमांडोज़ ने उन्हें पकड़ लिया. उनकी बोट्स की तलाशी में नौसेना को एक एके-47 राइफल और कारतूस छिपे मिले. नौसेना ने हथियार को जब्त कर लिया. तलाशी अभियान के बाद एमवी माउंटबेटन को वहां से सुरक्षित भेज दिया गया और लुटेरों को भगा दिया गया.



बताते चलें कि 2008 से नौसेना का एक जंगी जहाज अदन की खाड़ी में हमेशा समुद्री लुटेरों के खिलाफ गश्त करता रहता है. भारत के वाणिज्यिक और कार्गों शिप्स के अलावा दूसरे देशों के जहाजों को भी नौसैना सुरक्षा प्रदान करती है. पिछले महीने ही भारत के एक जंगी जहाज ने चीन की नौसेना के साथ मिलकर एंटी पायरेसी ऑपरेशन किया था.