Pirate Attack: अरब सागर से लेकर अदन की खाड़ी तक इन दिनों भारतीय नौसेना पूरी तरह से समुद्री लुटेरों का काल बन चुकी है. नौसेना की तरफ से शुक्रवार (29 मार्च) को जारी किए गए एक बयान में बताया गया कि अदन की खाड़ी में ईरान के एक मछली पकड़ने वाले जहाज पर समुद्री लुटेरों ने हमला कर दिया. नौसेना के जवानों ने 'समुद्री योद्धा' बनकर तुरंत कार्रवाई करते हुए न सिर्फ लुटेरों को पकड़ा, बल्कि जहाज में सवार 23 पाकिस्तानी क्रू मेंबर्स का भी सुरक्षित बचाया.
भारतीय नौसेना के जरिए जिस ईरानी जहाज का रेस्क्यू किया गया, उसका नाम 'अल कंबार 786' है. इस पर हमला करने वाले सभी लुटेरों ने जवानों को देख तुरंत सरेंडर कर दिया. नौसेना को 28 मार्च की शाम को ईरानी जहाज 'अल कंबार 786' पर समुद्री लुटेरों के हमले का इनपुट मिला. इसके बाद नौसेना ने हाईजैक हुए जहाज को बचाने के लिए तुरंत अरब सागर में तैनात अपने दो जहाजों को डायवर्ट कर दिया. इन्हें समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए यहां तैनात किया गया है.
सोकोट्रा के पास मौजूद था ईरानी जहाज
नौसेना की तरफ से एक बयान जारी किया गया, जिसमें समुद्री ऑपरेशन से जुड़ी जानकारी दी गई. बयान में कहा गया, "घटना के समय मछली पकड़ने वाला जहाज सोकोट्रा के दक्षिण पश्चिम में 90 नॉटिकल मील की दूरी पर था. इस पर 9 समुद्री लुटेरों के जरिए हमले की जानकारी मिली. हाईजैक किए गए जहाज को 29 मार्च को इंटरसेप्ट किया गया. जहाज और उसके क्रू मेंबर्स को बचाने के लिए भारतीय नौसेना का ऑपरेशन जारी है." फिर खबर आई कि ऑपरेशन पूरा हो गया.
अदन की खाड़ी की सुरक्षा में जुटी नौसेना
सोकोट्रा द्वीपसमूह अदन की खाड़ी के पास उत्तर पश्चिम हिंद महासागर में है. हाल के महीनों में अदन की खाड़ी के पास व्यापारिक जहाजों पर बढ़ते हमलों की वजह से भारतीय नौसेना ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है. यहां पर लगातार नौसेना के जहाज गश्ती लगा रहे हैं और यहां होने वाली हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं.
इस साल 5 जनवरी को भारतीय नौसेना ने समुद्री डाकुओं के जरिए हाईजैक किए जाने के बाद लाइबेरिया के ध्वज वाले जहाज एमवी लीला नोरफोक को सोमालिया तट से बचाया था. 23 मार्च को नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए सकारात्मक कार्रवाई करेगी.