प्रवक्ता ने कहा, "जैसा कि 28 फरवरी को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा गया था, भारतीय नौसेना राष्ट्रीय समुद्री हितों की रक्षा के लिए आवश्यक रूप से तैनात है. हमारी तैनाती पूर्ववत है." आपको बता दें कि आज पाकिस्तानी नौसेना ने दावा किया था कि भारत की एक पनडुब्बी पाकिस्तान की समुद्री सीमा में देखी गई थी, जिसे चेतावनी देकर भगा दिया गया. अपने बयान को साबित करने के लिए पाकिस्तानी नौसेना ने एक 50 सेकेंड का वीडियो भी जारी किया.
इस वीडियो के शुरूआत में भारतीय नौसेना की स्कोर्पीन क्लास, कलवरी पनडुब्बी का आर्काइव वीडियो है. ये आर्काइव वीडियो इसलिए साझा किया गया ताकि बताया जा सके कि जिस पनडुब्बी को पाकिस्तानी की समुद्री सीमा में देखा गया वो कौन सी है. इसके बाद एक टोही एयरक्राफ्ट (हवाई विमान) द्वारा एक पनडुब्बी की वीडियो सामने आती है जिसमें इस पनडुब्बी का सिर्फ पैरिस्कोप दिखाई पड़ रहा है. बाकी पनडुब्बी समंदर के नीचे है. समंदर में सिर्फ पैरिस्कोप चलती दिखाई रड़ रही है. इस वीडियो पर भौगोलिक-स्थिति और 4 मार्च 2019 की तारीख पड़ी है.
वीडियो के भौगोलिक आंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि ये पनडुब्बी पाकिस्तान के समुद्री-तट से करीब 200 नॉटिकल मील दूर है. यानि वो पाकिस्तानी के समंदर से बहुत दूर है. आपको बता दें कि समुद्री-तट से 12 नॉटिकल मील तक उस देश का अधिकार-क्षेत्र होता है और 00 नॉटिकल मील तक एक्सकलूजिव ईकोनोमिक जोन (ईईजेड) होता है.
साथ ही आज जारी वीडियो को गौर से देंखे तो पता चलता कि ये वीडियो (पैरिस्कोप चलता हुआ) पहले भी पाकिस्तानी नौसेना ने नवंबर 2016में जारी किया था. उस वक्त भी पाकिस्तानी नौसेना ने आरोप लगाया था कि भारतीय नौसेना की पनडुब्बी पाकिस्तान की समुद्री सीमा में दिखाई दी है.
आज जारी वीडियो और 2016 में जारी वीडियो में सिर्फ इतना अंतर है कि उस वक्त वीडियो पर कोई भूगौलिक पहचान नहीं दी गई थी और ना ही कोई तारीख थी. आज के वीडियो पर भी तारीख के ऊपर लाल रंग से बॉक्स बनाया हुआ है, जिससे पता चलता है कि ये एक एडिटेड यानि संपादित वीडियो है.
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