Indigence Fighting Bots In Indian Navy: देश की सेनाओं में स्वदेशी को बढ़ावा देने की ओर एक और बड़ा कदम उठाया गया है. रक्षा क्षेत्र में देश 'मेड इन इंडिया' के तहत जल्द ही विमानवाहक पोत INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य सहित सबसे बड़े युद्धपोतों पर स्वदेशी अग्निशमन बॉट की तैनाती होने वाली है. नौसेना के वाइस एडमिरल एसएन घोरमडे ने इसकी जानकारी दी. 


उन्होंने 'मेड इन इंडिया' परियोजना के तहत समुद्री बल में की गई पहल के बारे में चर्चा की और कहा, "मुझे विश्वास था कि नौसेना प्रधानमंत्री से स्वदेशी परियोजनाओं के लिए किए वादे को पूरा करने में सक्षम होगी." भारतीय नौसेना के वाइस चीफ वाइस एडमिरल एसएन घोरमडे ने कहा, "इसके दो अनुबंध पहले ही हो चुके हैं, जिसमें एक अग्निशमन बॉट भी शामिल है. इसका इस्तेमाल आईएनएस विक्रांत और आईएनएस विक्रमादित्य विमान वाहक में किया गया है."


IDEX में नौसेना को बड़ी सफलता


उन्होंने कहा, "भारतीय नौसेना ब्लू-ग्रीन लेजर जैसी गेम-चेंजिंग तकनीकों को शामिल करने पर भी काम कर रही है, जो पानी के नीचे के जहाजों और वस्तुओं का पता लगाने में मदद कर सकती है." उन्होंने कहा, "स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने के लिए आईडीईएक्स कार्यक्रम भारतीय नौसेना के लिए एक बड़ी सफलता रही है."


15 अगस्त तक पूरे होंगे वादे


वाइस चीफ वाइस एडमिरल ने कहा, "माननीय प्रधानमंत्री ने 75 चुनौतियों का शुभारंभ किया और इसपर हमने तेजी से काम किया है. हमने सोचा था कि अगर हमें सफलता हासिल करनी है, तो हमें चीजों को अलग तरीके से करना होगा. हमने अपनी प्रक्रियाओं को सरल बना दिया है ताकि हम इन मामलों को आगे बढ़ा सकें. हमें यकीन है कि 15 अगस्त तक हम प्रधानमंत्री मोदी से किए गए वादे के मुताबिक अपना लक्ष्य हासिल कर लेंगे."


100 स्वदेशी लड़ाकू विमान भी मिलेंगे


वहीं भारतीय नौसेना के लिए 100 स्वदेशी डेक-आधारित लड़ाकू विमान तैयार किए जाएंगे. जानकारी के मुताबिक, कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी जल्द ही इसे डिजाइन और विकसित करने का प्रस्ताव ले सकती है. मामले की जानकारी रखने वाले वरिष्ठ अधिकारियों ने 14 फरवरी को बेंगलुरु में चल रहे एयर शो, एयरो इंडिया में इसकी जानकारी दी. 2031-32 तक इसके नौसेना का हिस्सा बनने की उम्मीद है.


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