नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने ट्विटर पर चीन की पीएलए-नेवी को 'ट्रोल' करना शुरू कर दिया. लेकिन इसका मकसद दरअसल ये था कि दुनिया को पता लग सके कि हिंद महासागर में चीन के जंगी जहाजों पर नजर रखी जा रही है. इसके लिए भारतीय नौसेना के कुल 50 युद्धपोत पूरे हिंद महासागर में तैनात हैं. भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि "हिंद महासागर क्षेत्र में पीएलए(एन) की एंटी-पायरेसी एसकॉर्टर फोर्स का भारतीय नौसेना हार्दिक स्वागत करती है. हैप्पी हंटिंग."


पीएलए(एन) दरअसल चीन की नौसेना है जिसकी फुल फॉर्म है 'पीपुल्स लिबरेशन आर्मी-नौसेना'. नौसेना की भाषा में हैप्पी हंटिंग का अर्थ होता है किसी जहाज या फिर पनडुब्बी का पीछा करना. अपने ट्वीट में नौसेना के प्रवक्ता ने रक्षा मंत्रालय से लेकर भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, कोस्टगार्ड और इंडियन-डिप्लोमेसी के एकाउंट्स को भी टैग किया था.


दरअसल, चीन की नौसेना समुद्री डैकेतों के खिलाफ हिंद महासागर में एंटी पायरेसी पैट्रोल यानि गस्त करती है. हाल ही में इंडोनेशिया के करीब मलक्का स्ट्रेट में भी चीन के तीन युद्धपोत एंटी पायरेसी ड्रिल के लिए आए थे लेकिन चीनी मीडिया ने प्रचारित करना शुरू कर दिया कि मालदीव में भारत की किसी भी सैन्य कारवाई को रोकने के लिए चीन के जंगी जहाज मालदीव के करीब पहुंच गए थे. जबकि हकीकत ये थी कि चीनी जहाज मालदीव से करीब ढाई हजार किलोमीटर दूर थे.



यही वजह है कि जब अब चीनी नौसेना की एंटी पायरेसी एस्कॉर्ट फोर्स के जहाज एक बार फिर हिंद महासागर में पहुंचें तो भारतीय नौसेना ने ट्वीट कर जगजाहिर कर दिया कि चीन के युद्धपोतों पर भारतीय सेना नजर रखे हुए है. यहां तक की चीन के जंगी जहाजों की तस्वीरें भी ट्वीट कर दी. लेकिन भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर में अपना वर्चस्व दिखाने के लिए एक और ट्वीट किया.


इस ट्वीट में हिंद महासागर क्के एक नक्शे पर दर्शाते हुए कहा गया कि इस क्षेत्र की चौबीस घंटे सुरक्षा की जिम्मेदारी भारतीय नौसेना की है और इसके लिए भारत के 50 जहाज पूरे क्षेत्र में तैनात हैं.





रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को टैग किए गए इस ट्वीट में कहा गया कि भारतीय नौसेना के जंगी युद्धपोतों की तैनाती फारस की खाड़ी से लेकर मलाका स्ट्रेट और बंगाल की खाड़ी से लेकर दक्षिण हिंद महासागर और अफ्रीका के पूर्व तट तक है. भारतीय नौसेना 'किसी भी समय, कहीं पर भी, हर जगह' रहती है.