Indian Navy warship INS Kolkata: भारतीय नौसेना के वॉरशिप (युद्धपोत) आईएनएस कोलकाता ने शनिवार (16 मार्च 2024) को अरब सागर में 35 समुद्री लुटेरों को हिरासत में लिया. लुटेरों को हिरासत में लेने के बाद आईएनएस कोलकाता व्यापारिक जहाज MV रुएन के 17 चालक दल के सदस्यों को रेस्क्यू करते हुए उनके साथ भारतीय पश्चिमी तट की ओर रवाना हो गया. भारतीय नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय नौसेना ने समुद्र में काफी बड़े और लंबे समय तक चले ऑपरेशन के बाद समुद्री डाकुओं को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया था.
भारतीय नौसेना सूचना मिलते ही एक्टिव हुई और अपहृत मालवाहक जहाज एमवी रुएन को रोक लिया. इसके बाद इसमें सवार सोमाली समुद्री डाकुओं को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा. डाकुओं के इनकार करने पर कुछ देर तक ऑपरेशन चला. इसके बाद नौसेना ने 35 डाकुओं को हिरासत में ले लिया.
इस तरह चला ऑपरेशन
बताया गया है कि “आईएनएस कोलकाता ने भारतीय तट से लगभग 1,400 एनएम (2,600 किमी) दूर अपहृत जहाज एमवी रुएन को रोका और आईएनएस सुभद्रा, हेल आरपीए, पी8आई समुद्री गश्ती विमान और मार्कोस के सहारे कार्रवाई करते हुए समुद्री डाकुओं को सरेंडर करने के लिए मजबूर कर दिया.
जहाज में थे इन देशों के नागरिक
भारतीय नौसेना से मिली जानकारी के मुताबिक, जिस जहाज को डाकुओं ने अगवा किया था, उसमें अधिकतर अंगोला, म्यांमार और बरमूडा के नागरिक शामिल थे. इसी सप्ताह सोमाली समुद्री डाकुओं ने बांग्लादेश के झंडे वाले एक मालवाहक जहाज पर कब्जा कर लिया था. बता दें कि 2017 के बाद से सोमाली समुद्री डाकू किसी व्यापारी जहाज का सफलतापूर्वक अपहरण नहीं कर पाए हैं.
राजनाथ सिंह ने दी बधाई
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय नौसेना को उसकी इस सफलता पर बधाई देते हुए एक्स पर लिखा, “भारतीय नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में नौसैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना जारी रखे हुए है. मैं भारतीय नौसेना और मार्को सहित जहाजों और विमानों पर सवार बहादुर चालक दल को उनके दृढ़ और निर्णायक कार्यों के लिए बधाई देता हूं."
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