एलएसी पर चीन से चल रहे तनाव के बीच भारतीय नौसेना का पूर्वी जंगी बेड़ा दो महीने के लिए दक्षिण चीन सागर के दौरे पर जा रहा है. हालांकि, ये जंगी बेड़ा दक्षिण-पूर्व एशिया के मित्र-देशों के साथ समुद्री-युद्धभ्यास के इरादे से वहां जा रहा है लेकिन चीन की भौहें जरूर टेढ़ी हो सकती हैं. इसकी वजह ये कि हाल ही में चीन ने ब्रिटेन के जंगी बेड़े के साउथ चायना सी में पहुंचने पर धमकी देते हुए सार्वजनिक रूप से गाली तक दे डाली थी.


भारतीय नौसेना ने सोमवार को आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया कि पूर्वी बेड़े के जंगी जहाज, गाईडेट मिसाइल डेस्ट्रोयर, आईएनएस रणविजय, गाईडेड मिसाइल फ्रीगेट, आईएनएस शिवालिक, एंटी सबमरीन कोर्विट, आईएनएस कदमत और गाईडेड मिसाइल कोर्विट, आईएनएस कोरा दो महीने के लिए दक्षिण चीन सागर, दक्षिण-पूर्व एशिया और पश्चिमी प्रशांत महासागर के दौरे पर जा रहा है.


भारत का जंगी बेड़ा मलेशियाई नौसेना समेत अन्य देशों की नौसेना के साथ एक्सरसाइज़ करेगा


भारतीय नौसेना के प्रवक्ता, कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक, दो महीने के दौरान भारत का जंगी बेड़ा मलेशियाई नौसेना से समुद्र-लक्ष्मण युद्धभ्यास, वियतनाम, फिलीपींस, सिंगापुर (से सिम्बैक्स), इंडोनेशियाई नौसेना के साथ समुद्रृ-शक्ति युद्धभ्यास और आस्ट्रेलियाई नौसेना के साथ भी एक्सरसाइज़ करेगा. इसके अलावा सालाना मालबार एक्सरसाइज में भी भारतीय जंगी बेड़ा हिस्सा लेगा, जिसमें अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलियाई नौसेनाएं हिस्सा लेंगी.


भारतीय नौसेना के मुताबिक, जंगी बेड़े की तैनाती “समुद्री-क्षेत्र में अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित करने और भारत और हिंद-प्रशांत महाक्षेत्र के देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने और मित्र-देशों के साथ शांतिपूर्ण उपस्थिति और ऑपरेशन्ल पहुंच को दिखाना चाहता है.”


चीनी मीडिया ने गाली वाले बयान को लिया था वापस


आपको बता दें कि चीन किसी दूसरे देश के जंगी जहाजों को दक्षिण चीन सागर में आने पर भौहें तरेरता है. हाल ही में एयरक्राफ्ट कैरियर, एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ के नेतृत्व में जब इंग्लैंड का कैरियर बैटल ग्रुप साउथ चायना सी में दाखिल हुआ था तो चीनी मीडिया ने धमकी देते हुए गाली तक दे डाली थी. हालांकि, बाद में चीन ने अपने बयान को वापस ले लिया था. 


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